जयपुर ( Jaipur ) में नाहरगढ़ जैविक उद्यान ( Nahargarh Biological Park ) की लॉयन सफारी में एक और बब्बर शेर कैलाश (Lion ) की रविवार को मौत हो गई। इससे पहले जून 2020 में ही एक बब्बर शेर सिद्धार्थ की मौत हो गई थी।
जयपुर चिड़ियाघर के उपवन संरक्षक (वन्यजीव) उपकार बोराना ने बताया कि चार साल के शेर ‘कैलाश’ की रविवार सुबह मौत हुई। उन्होंने बताया कि शनिवार शाम भोजन के बाद शेर ने उल्टी की थी।
पशु चिकित्सक ने उसका उपचार किया और रातभर देखभाल की, लेकिन रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीन पशु चिकित्सकों की एक मेडिकल बोर्ड ने शेर के शव का पोस्टमार्टम किया और बोर्ड की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक शेर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।
बोराना ने बताया कि शेर की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिये उसके विभिन्न अंगों के नमूने लिए गए, जिन्हें जांच के लिये बरेली स्थित भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजा गया है।
बब्बर शेर कैलाश (Lion ) को पिछले साल अक्टूबर में जोधपुर से जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क( Nahargarh Biological Park ) लाया गया था। तब से कैलाश नाहरगढ़ लायन सफारी की शान था। बब्बर शेर कैलाश और शेरनी तारा की जोड़ी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हुआ करती थी। इससे पहले जून 2020 में नाहरगढ़ बायोलॉजीकल पार्क( Nahargarh Biological Park ) में ही एक और बब्बर शेर सिद्धार्थ की मौत हो गई थी। अब लायन सफारी में तेजस,त्रिपुर और तारा बचे हैं।
कैलाश करीब चार वर्षीय एशियाटिक शेर(Asiatic lion ) था। इससे पहले कैलाश शनिवार को शेरनी तारा के साथ घूम रहा था। शाम को 5 बजे के बाद उसने रिटारिंग रुम में मीट खाया। पानी पीया। लेकिन, शाम 6.30 बजे उसने उल्टियां करनी शुरु कर दी। पशु चिकित्सकों ने उसका उपचार किया। इसके बाद रविवार को कैलाश की मौत हो गई।