ब्रज में धार्मिक आस्थाओ का प्रमुख केन्द्र प्रसिद्ध वृंदावन (Vrindavan) स्थित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर (Banke bihari Temple ) को सात माह बाद दो दिन खोले जाने के बाद पुनः अनिश्चत काल के लिये बंद किये जाने पर लोग भड़क गये है।
वृंदावन (Vrindavan) स्थित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर (Banke bihari Temple ) के पट भक्तों को दर्शन कराने के लिए खोले जाने को लेकर व्यापारिक संगठनों ने धरना शुरू कर दिया है। धर्म रक्षा संघ ने गुरुवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है।
19 अक्तूबर से श्रीबांकेबिहारी जी के दर्शन बंद कर दिए गए हैं। इसे लेकर वृंदावन (Vrindavan) में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मंदिर के निकट व्यापारी धरने पर बैठे, वक्ताओं ने कहा कि अब आंदोलन मंदिर खुलने तक जारी रहेगा।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण घोषित किए लॉकडाउन तथा अन्य कारणों के चलते बंद वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए बीते शनिवार को सात महीने बाद बाद खोला गया था लेकिन एकसाथ हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ने से सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं और कोविड-19 के तहत जारी किए गए दिशानिर्देश भी धरे के धरे रह गए। इसके कारण प्रबंधन ने सोमवार से ही मंदिर को फिर अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया।
बांकेबिहारी मंदिर के गेट पर मंदिर के कर्मचारी खड़े हो गए हैं वहीं रेलिंग को बंद कर दिया है। मंदिर के बाहर दिल्ली और अन्य राज्यों से श्रद्धालु भगवान को प्रणाम करते हुए निकल जाते हैं।
मथुरा ( Mathura) के सिविल जज जूनियर डिवीजन के न्यायालय में वृंदावन (Vrindavan) के बांकेबिहारी मंदिर के बंद पट आम भक्तों के लिए खुलवाने संबंधी याचिकाएं स्वीकार कर ली गईं, इन पर सुनवाई चार नवंबर को होगी। हालांकि न्यायालय ने मंदिर प्रबंधक के उस आदेश को निरस्त करने से इनकार कर दिया, जिस पर मंदिर बंद कराया गया। इसके चलते श्रीबांकेबिहारी मंदिर के पट फिलहाल श्रद्धालु के लिए बंद रहेंगे।
श्रीबांकेबिहारी मंदिर खुलने के दौरान 17 अक्तूबर को हुई अव्यवस्था के संदर्भ में प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने रिपोर्ट न्यायालय को भेज दी। इसमें उन्होंने अव्यवस्था के लिए मंदिर सेवायत शैलेंद्र गोस्वामी को जिम्मेदार बताया। कहा कि सेवायत गोस्वामियों के प्रवेश की व्यवस्था गेट नंबर एक से है, जबकि वह गेट नंबर चार से अपने 20-25 यजमानों को प्रवेश कराने पर अड़े रहे। इससे भीड़ एकत्रित होने पर अव्यवस्था हो गई।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि स्थानीय प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन की नाकामी के कारण श्रीबांकेबिहारी के दर्शन आम जनता के लिए बंद कर दिए गए हैं। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने की एक सोची समझी साजिश नजर आती है। संगठन के संयोजक नीरज गौतम ने कहा कि श्रीबांकेबिहारी मंदिर को पूर्व की भांति भक्तों के लिए तुरंत खोला जाए।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य समीर शुक्ला ने घोषणा की कि यदि 30 अक्तूबर शरद पूर्णिमा के दिन तक बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन पूर्व की भांति प्रारंभ नहीं किए गए तो धर्म रक्षा संघ के नेतृत्व में श्रद्धालु मंदिर में जबरन प्रवेश करेंगे। उधर, अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष रमेश दत्त शर्मा एवं ताराचंद ने धर्म रक्षा संघ के धरना को पूर्ण समर्थन दिया। संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीदास प्रजापति ने धरने पर आए सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।