
उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ ( Lucknow ) में हाथरस कांड ( Hathras Case ) में बनी विशेष जांच दल (SIT) में शामिल डीआइजी चंद्रप्रकाश ( Chandra Prakash ) की पत्नी पुष्पा प्रकाश की राजधानी लखनऊ ( Lucknow ) के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि उन्होंने फांसी लगाकर कर आत्महत्या (suicide ) कर ली है।
पुष्पा प्रकाश ने फंदे से लटकने से पहले पति को फोन कर कहा कि आपकी जिंदगी आपको मुबारक, मैं जा रही हूं। यह सुनते ही डीआईजी घर लौटे। हालांकि, तब तक पुष्पा कमरा भीतर से बंद कर खुदकुशी कर चुकी थीं।
उन्होंने दरवाजा तोड़कर फंदा काटा और पत्नी को अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जेसीपी कानून व्यवस्था नवीन अरोरा समेत अन्य अफसरों ने डीआईजी के घर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली व परिवारीजनों को संभाला। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
लखनऊ ( Lucknow ) के एडीसीपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि 2004 बैच के आइपीएस अधिकारी( IPS officer) डीआईजी चंद्र प्रकाश ( Chandra Prakash ) फिलहाल उन्नाव पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हैं। उनके परिवार में पत्नी पुष्पा प्रकाश के अलावा 13 साल की बेटी अनन्या, 12 वर्षीय कृतिका और सात साल का बेटा दिव्यांश हैं। शनिवार सुबह वह शासन के किसी काम से घर से निकले थे। कुछ देर बाद पुष्पा प्रकाश ने उन्हें कॉल किया। पुष्पा ने कहा कि आपकी जिंदगी आपको मुबारक। मैं जा रही हूं। यह कहकर उन्होंने फोन कॉल डिसकनेक्ट कर दी। उधर, डीआईजी चंद्रप्रकाश के होश उड़ गए। उन्होंने पुष्पा के नंबर पर कॉल की पर फोन नहीं उठा। वह तत्काल घर लौट पड़े।
पुलिस के मुताबिक, घर पर उनके बच्चे व नौकर भूतल पर थे जबकि पुष्पा प्रकाश पहली मंजिल पर स्थित कमरे में थीं। डीआईजी चंद्र प्रकाश प्रथम तल पर पहुंचे और पुष्पा के दरवाजा खटखटाया। दरवाजा भीतर से बंद था। पुष्पा की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो उन्होंने धक्का देकर दरवाजा तोड़ दिया। भीतर दुपट्टे के फंदे से पत्नी को लटका देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
आनन-फानन में फंदा काटकर पुष्पा को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुशांत गोल्फ थाना की पुलिस का कहना है कि पुष्पा ने खुदकुशी से पहले कोई सुसाइड नोट नहीं लिखा था। उन्होंने खुदकुशी क्यों की? यह बात भी स्पष्ट नहीं हो सकाहै। मामले की जांच की जा रही है।पुष्पा मूलरूप से आजमगढ़ की थीं। उनका एक भाई हापुड़ के पिलखुआ में एसडीएम है।
बता दें कि हाथरस कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर पूरे प्रकरण के हर पहलू की पड़ताल कराने का निर्देश दिए गए थे। सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी में डीआइजी चंद्र प्रकाश भी बतौर सदस्य शामिल हैं।