पंजाब (Punjab) में अमृतसर (Amritsar ) के कर एक ईसाई युवक की हत्या करने वाले कांग्रेस नेता सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।
अमृतसर (Amritsar ) पुलिस के सीआइए स्टाफ की टीम ने जिला होशियारपुर के टांडा के पास दबोचा। इस घटना में रणदीप गिल ने सात-आठ लोगों के साथ चर्च में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर प्रिंस मसीह नामक एक ईसाई युवक की हत्या कर दी थी और उसके भाई मनोज को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
अमृतसर (Amritsar ) जिला पुलिस ने गिलवाली गेट स्थित एक चर्च में फायरिंग करने के मामले में मुख्य आरोपी कांग्रेसी नेता रणदीप सिंह गिल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक गिल व उसके साथियों ने चर्च
में 15 से 20 राउंड गोलियां चलाई थीं। पकड़े गए आरोपियों में रणदीप का भाई बलराम सिंह गिल और उनका निजी सचिव सूरज शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से एक राइफल, एक रिवाल्वर, इनोवा और मोबाइल बरामद हुए हैं।प्रिंस अपनी बहन रीबिका की शादी का सपना दिल में संजोए दुनिया को अलविदा कह गया। धागे का कारोबार करने वाले प्रिंस और उसके भाई मनोज का सपना था कि वह अपनी बहन की शादी जल्द करवा दें। परिवार का कहना है कि बहन की शादी तो हो जाएगी लेकिन प्रिंस उसमें अब कभी शामिल नहीं हो पाएगा। उधर डाक्टरों ने गोली लगने से घायल हुए मनोज की हालत स्थिर बताई है।
से जुड़े जसपाल ने बताया कि प्रिंस मसीह के कंधों पर ही सारे परिवार की जिम्मेदारी थी। कुछ समय पहले उसकी शादी रोजी से शादी हुई थी। अब 9 दिसंबर को उसने अपनी बहन रीबिका की शादी पक्की कर दी थी। इसके लिए वह शुक्रवार की शाम पास्टर के पास शादी के लिए पैलेस की बात करने पहुंचा था। लेकिन उसी का दूर का रिश्तेदार आल इंडिया बाबा खेतरपाल जी शक्ति दल का चेयरमैन रणदीप सिंह गिल पुराने झगड़े कि रंजिश अपने दिल में लिए बैठा था। मौका मिलते ही उसने प्रिंस और उसके भाई को घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर प्रिंस की हत्या कर दी।