महाराष्ट्र (Maharashtra ) की राजनीति में एक्टर सुशांत सिंह राजपूत(Sushant Singh Rajput ) की मौत का मामला एक बार फिर से गरमा गया है। सुशांत सिंह मौत मामले में आदित्य ठाकरे का नाम आने के बाद रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray) ने कहा था कि, उनके बेटे को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। अब बीजेपी नेता नारायण राणे ( Narayan Rane ) ने आरोप लगाया है कि, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या और दिशा सलियन के मर्डर में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का हाथ था।
महाराष्ट्र (Maharashtra ) के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद नारायण राणे ( Narayan Rane ) ने सोमवार को कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में उद्धव ठाकरे के पुत्र व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का हाथ था। उद्धव की दशहरा रैली केवल मात्र आदित्य ठाकरे को क्लीनचिट देने के लिए थी।
नारायण राणे ( Narayan Rane ) ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में उद्धव ठाकरे पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह और दिशा सालियान की कथित आत्महत्या मामले की जांच अभी जारी है, लेकिन उद्धव ठाकरे शक्ति का दुरुपयोग कर अपने बेटे को क्लीनचिट देने में लगे हैं।
उद्धव ठाकरे ने रविवार को दशहरा रैली में सुशांत सिंह मामले में चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि लोगों ने बिहार के बेटे के न्याय के लिए मेरे बेटे, मुंबई और मुंबई पुलिस के साथ महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की। राणे ने कहा, जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी कि किसने सुशांत सिंह की हत्या की थी और किसने दिशा सालियान के साथ दुष्कर्म किया था।
नारायण राणे( Narayan Rane ) ने कहा कि शिवसेना के 53 विधायक पीएम मोदी के नाम पर चुनकर आए हैं। अगले चुनाव में शिवसेना 10 से 15 सीटों तक ही सिमटकर रह जाएगी। राणे ने उद्धव ठाकरे को मराठा विरोधी बताते हुए कहा कि उन्हें डीजीपी, जीएसटी और बजट के बारे में कोई समझ नहीं है। वह बेईमानी कर मुख्यमंत्री बने हैं।
राणे ने कहा कि अब तक जितने राज्य में मुख्यमंत्री बने हैं, उन्होंने अपने भाषण, कार्यशैली और विचार से महाराष्ट्र का मान बढ़ाया है, लेकिन ठाकरे इसके अपवाद हैं। वहीं, शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत को विदूषक कहते हुए उनकी खिल्ली उड़ाई।
भाजपा सांसद नारायण राणे ( Narayan Rane ) ने कहा कि उद्धव ठाकरे प्रगतिशील महाराष्ट्र के ‘बुद्धू’ मुख्यमंत्री हैं। वह मुख्यमंत्री बनने के लायक नही है। दशहरा रैली में न किसानों का उल्लेख था और न ही राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर कोई बात की। कोरोना महामारी से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभालित है। अब तक 43 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है। लेकिन कोरोना संक्रमण पर उन्हें एक शब्द नहीं कहा। क्या यह मुख्यमंत्री की जवाबदारी नहीं है। वहीं, शिवसेना नेता अर्जुन खोतकर ने कहा कि राणे जिस संस्कृति में पले बढ़े हैं उनसे दूसरी अपेक्षा नहीं की जा सकती।