बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020 ) में दूसरे चरण का मतदान अब समाप्त हो चुका है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर कोरोना महामारी के बीच 54.05 फीसदी वोटिंग हुई।
दूसरे चरण में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, छपरा, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा और पटना में मतदान हुए। इस चरण में 1463 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। अब किसकी किस्मत में विधानसभा की कुर्सी होगी। इसका खुलासा 10 नवंबर को रिजल्ट के दिन ही होगा।
इस चरण के चुनाव में महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 27 प्रत्याशी हैं जबकि दरौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
बिहार (Bihar )के

उन्होंने बताया कि अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिमी चंपारण में 55.99 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 56.75, शिवहर में 56.04, सीतामढी में 57.40, मधुबनी में 52.67, दरभंगा में 54.15, मुजफ्फरपुर में 59.98, गोपालगंज में 55.09, सीवान में 51.88, सारण में 54.15 प्रतिशत, वैशाली में 51.93, समस्तीपुर में 56.02, बेगूसराय में 58.67, खगड़िया में 56.10, भागलपुर में 54.54, नालंदा में 51.06 तथा पटना में 48.23 प्रतिशत मतदाताओं अपने मताधिकार का प्रयोग किया।उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव यानी 2015 के विधानसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में कुल 56.17 प्रतिशत मतदान दर्ज किए गए थे।
बिहार (Bihar )राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, सुबह मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या कम थी, बाद में दिन चढ़ने के बाद मतदाताओं की संख्या बढ़ने लगी। प्रारंभ में कुछ मतादन केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे तुरंत दुरूस्त कर दिया गया।
इस चरण के चुनाव में मतदाताओं ने राजद के नेता तेजस्वी यादव, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र और तेजस्वी के भाई तेजप्रताप यादव, पटना साहिब के सांसद रहे और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा के राजनीतिक भविष्य दांव पर लगे हुए हैं।
इसके अलावा इस चरण में मतदाताओं ने प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी के सियासी भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया है। इस चरण में पटना साहिब से पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मधुबन से सहकारिता मंत्री रंधीर सिंह, नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का भी राजनीतिक भविष्य दांव पर है।
इस चरण में राजद के 56 तो जदयू के 43 उम्मीदवारों के अलावा भाजपा के 46, कांग्रेस के 24, सीपीआई के चार, सीपीएम के चार, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के 52 तथा रालोसपा के 36 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।