चीन (China )से बढ़ते तनाव के बीच भारत में राफेल लड़ाकू विमान ( Rafale jet ) की दूसरी खेप पहुंच चुकी है। इसके साथ ही भारत की वायु सेना की ताकत बढ़ गई है। ये राफेल लड़ाकू विमान ( Rafale jets ) चीन पर काल की तरह टूटेंगे। इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह राफेल फ्रांस से बिना कहीं रूके भारत पहुंचे हैं।
भारतीय वायु सेना (IAF) ने जानकारी दी है कि राफेल विमानों का दूसरा जत्था फ्रांस( France )से नॉन-स्टॉप उड़ान भरने के बाद बुधवार देर शाम तीन राफेल ल़़डाकू विमान फ्रांस से सीधे भारत आए। 3 नए विमान फ्रांस के इस्ट्रेस से गुजरात के जामनगर पहुंचे। इस यात्रा के दौरान फ्रेंच एयर फोर्स का मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट साथ था। इस यात्रा के लिए भारतीय वायु सेना के पायलटों को फ्रांस के सेंट दिजिएर एयरबेस में ट्रेनिंग दी गई।
इन तीन नए विमानों के आने के बाद भारत के पास कुल 8 राफेल विमान हो गए हैं। इससे पहले 29 जुलाई को पांच राफेल विमान आए थे। इन्हें 10 सितंबर को अंबाला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ‘गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन’ में शामिल किया गया था।
फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन से पांच राफेल विमानों का पहला बेड़ा 28 जुलाई को भारत पहुंचा था। इस बेड़े ने फ्रांस से उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में हाल्ट किया था, जहां उसने ईंधन भरा था। राफेल ( Rafale jets ) के पहले बेड़े को जब वायुसेना में शामिल किया गया था तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे गेम चेंजर करार दिया था। उनका दावा था कि राफेल( Rafale ) के साथ वायुसेना ने टेक्नोलॉजी के स्तर पर बढ़त हासिल कर ली है। यह नवीनतम हथियारों और सुपीरियर सेंसर से लैस लड़ाकू विमान है।भारत को फ्रांस से कुल 21 राफेल विमान मिलेंगे। अगले साल अप्रैल तक भारत को ये लड़ाकू विमान मिल जाएंगे।
The second batch of three Rafale aircraft got airborne from Istres airbase in France and flew for over eight hours before landing at an IAF base. They covered a distance of over 3700 nautical miles with three in-flight refuellings. pic.twitter.com/gHEixnMh2B
— Indian Air Force (@IAF_MCC) November 4, 2020