रिपब्लिक टीवी के के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी (Republic TV Editor-in-chief Arnab Goswami ) की गिरफ्तारी से नाराज देश भर के तमाम लोग उनके समर्थन में सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया और प्रदर्शनों के माध्यम से लोग उनकी जल्द रिहाई की माँग कर रहे है। ।
रिपब्लिक टीवी की सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर और अर्नब गोस्वामी ( Arnab Goswami ) की पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी ने एक बयान जारी किया है। इस बयान में उनका कहना है कि अगर उनके पति को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो उसके लिए पूरी सरकार और पूरा राष्ट्रीय तंत्र ज़िम्मेदार होगा। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा अर्नब गोस्वामी ( Arnab Goswami ) को तलोजा जेल भेजे जाने के बाद यह बयान जारी किया गया। अर्णब गोस्वामी ने खुद आरोप लगाया है कि जब उन्होंने अपने वकील से संपर्क करने की बात कही तब जेलर उनके साथ हिंसा पर उतर आए और उनकी बात को सिरे से खारिज कर दिया।
रिपब्लिक टीवी के कंसल्टिंग एडिटर प्रदीप भंडारी ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) का दरवाजा खटखटाया है और अर्नब गोस्वामी ( Arnab Goswami ) को सुरक्षा प्रदान करने को लेकर स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।दिग्गजों और नागरिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी राष्ट्रपति से संपर्क कर इस घटना पर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा, “यह अब हमारे लिए एक चुनौती है, क्या सत्य की जीत होगी, या अत्याचारी झूठ को शासन करने की अनुमति दी जाएगी।”
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) में शामिल हुईं बॉलीवुड अभिनेत्री पायल घोष ने भी अर्णब का समर्थन किया है। RPI की महिला शाखा की उपाध्यक्ष पायल घोष ने ट्वीट करते हुए कहा, “न्याय की लड़ाई में हम अर्णब गोस्वामी के साथ खड़े हैं। RPI अर्णब गोस्वामी के साथ है।”
राज्य सभा के सदस्य सोनल मानसिंह ने कहा, “अर्नब गोस्वामी के साथ जो हो रहा है उसे देखकर बेहद दुखी हूँ। मैं प्रार्थना करती हूँ कि सच्चाई प्रबल हो। इस तरह के ट्रीटमेंट से किसी को फायदा नहीं मिलेगा