महाराष्ट्र( Maharashtra ) के जलगांव( Jalgaon ) में राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के बस कंडक्टर ने आर्थिक परेशानी के चलते आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि, उसे तीन महीने से सैलरी नहीं मिली थी। जिसके चलते उसका पूरा परिवार आर्थिक परेशानी का सामना कर रहा था।
आत्महत्या (suicide ) करने वाले कर्मचारी मनोज अनिल चौधरी( Manoj Anil Chowdhary ) के पास से सुसाइड नोट मिला है जिसमॆं उसने अपनी मौत के लिये यह कदम उठाने के पीछे महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार (Uddhav Thackeray)को जिम्मेदार ठहराया है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी यूनियनों ने तीन महीने के वेतन के भुगतान की अपनी मांग को लेकर सोमवार से राज्यव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है।
एमएसआरटीसी के बस कंडक्टर मनोज अनिल चौधरी ने वेतन नहीं मिलने पर जलगांव ( Jalgaon )में सोमवार को आत्महत्या कर ली है। मृतक के भाई ने इसके लिए प्रदेश में सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। मृतक के भाई के अनुसार बस कंडक्टर को बीते तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा था। इस वजह से वह तनाव में था। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि इसी वजह से उसके भाई ने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया।
मनोज अनिल चौधरी ने एक सुसाइड नोट में कहा है कि उसने एसटी निगम में कम वेतन और अनियमितताओं के कारण कठोर कदम उठाया है। उसने लिखा, मेरे परिवार का मेरी आत्महत्या से कोई लेना देना नहीं है।मृतक एमएसटीसीटीसी बस कंडक्टर के पिता अनिल चौधरी ने कहा कि, मेरा बेटा एमएसआरटीसी के लिए काम करता था और जलगाँव डिपो में तैनात था। वह कर्ज से जूझ रहा था। अनियमित और कम वेतन के चलते काफी समय से परेशान था। जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली।
इस मामले पर महाराष्ट्र राज्य परिवहन मंत्री ने कहा कि, लंबित वेतन वाले राज्य परिवहन कर्मचारियों को आज एक महीने का वेतन दिया जाना है। दिवाली से पहले उन्हें 2 महीने का वेतन मिलेगा। उन्हें निराश होने और आत्महत्या जैसे चरम कदम उठाने की आवश्यकता नहीं है। आर्थिक स्थिति अभी खराब है, लेकिन हम एक रास्ता खोज लेंगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।