Friday, September 20, 2024

Chhattisgarh, Crime, INDIA, Law, News

 #Chhattisgarh महिला जिला जज ने सरकारी बंगले में साड़ी का फंदा बनाकर खुद को ही दे दी मौत की सजा

Judge Kanta Martin
Judge Kanta Martin

छत्तीसगढ़ (  Chhattisgarh )के मुंगेली ( Mungeli ) में जिले की जिला जज ( Mungeli District judge) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उनके सरकारी आवास पर रविवार को फंदे से लटका मिला। मामले में फिलहाल  ( ) की आशंका जताई जा रही है। मुंगेली पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर ने बताया कि मुंगेली जिला और सत्र न्यायाधीश कांता मार्टिन( Kanta Martin ) का शव सुबह यहां करही क्षेत्र में अपने सरकारी आवास में एक कमरे में पंखे से लटका मिला।

कुजूर ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शनिवार की शाम को जल्दी भोजन करने के बाद, न्यायाधीश ( Mungeli District judge) ने अपने रसोइये और अन्य कर्मचारियों को घर से जाने के लिए कह दिया था। उन्होंने बताया, जब रसोइया रविवार सुबह वापस आया तो उसने देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है। उसने कांता मार्टिन( Kanta Martin ) को फोन कॉल भी किए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने पड़ोस में रहने वाले कोर्ट के दूसरे अफसरों को सूचना दी। इसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।पुलिस ने टॉर्च की मदद से खिड़की से देखा, तो मार्टिन का शव फंटे से लटका हुआ दिखा।
उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम ने दरवाजा तोड़ा और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। न्यायाधीश के स्टॉफ के अनुसार वह पिछले साल अपने पति की मौत के बाद से अवसाद में थीं।

पुलिस ने बताया कि जज ( Mungeli District judge) कांता मार्टिन के पति की डेढ़ साल पहले मौत हो चुकी थी। उनके दो बेटे रायपुर और दिल्ली में रहते हैं। कांता मार्टिन जुलाई 2019 से मुंगेली जिले की जिला एवं सत्र न्यायधीश थीं। वे बिलासपुर, कांकेर, दुर्ग और रायपुर में पोस्टेड रहीं। वे मध्यप्रदेश के कटनी की रहने वाली थीं। पुलिस ने उनके बेटों को घटना की सूचना दे दी है।

 

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels