बिहार (Bihar ) में एनडीए ( NDA) के नेतृत्व में एक बार फिर सरकार बनने वाली है। रविवार को हुई एनडीए ( NDA) की बैठक में नीतीश कुमार (Nitish Kumar ) को विधायक दल नेता चुना गया। सोमवार शाम को वे राजभवन में 7वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, डिप्टी सीएम के लिए तारकिशोर का नाम तय किया गया है। पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी ने इस पर ट्वीट किया- मुझे पार्टी ने 40 साल में बहुत कुछ दिया है। मुझसे कार्यकर्ता का पद कोई नहीं छीन सकता।
एनडीए विधानमंडल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar ) ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने कहा कि वे चाहते थे भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री बने।लेकिन भाजपा के आग्रह पर उन्होंने इस पद को स्वीकार किया है। नेता चुने जाने के बाद वे राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें सरकार गठन करने का निमंत्रण दिया है।
एनडीए ने जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को रविवार को अपना नेता चुन लिया और इसके साथ ही कुमार के लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया। सूत्रों ने बताया कि एनडीए की संयुक्त बैठक में नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक के बाद राजभवन रवाना हो गए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh ) एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) की मौजूदगी में मुख्यमंत्री आवास-एक, अणे मार्ग पर राजग के घटक दलों की संयुक्त बैठक हुई। इस बैठक में कुमार के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) नेता जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) पार्टी के नेता मुकेश सहनी शामिल हुए।
भाजपा के पर्यवेक्षक बनाये गए वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar ) आवास पहुंचे। इससे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक को टाल दिया गया, जो सुबह 10 बजे होनी थी। मुख्यमंत्री आवास पर ही भाजपा विधायक दल की बैठक में कटिहार से नवनिर्वाचित विधायक तारकेश्वर प्रसाद को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं रेणु देवी को उपनेता चुना गया।