उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के फतेहपुर( Fatehpur ) जिले में असोथर थाने के गांव में भैयादूज के दिन सोमवार दोपहर चना का साग तोडऩे के लिए जंगल गई दो सगी दलित बहनों की क्रूरतापूर्वक आंखे फोड़कर हत्या कर दी गई और उनके पैर बांधकर सिंघाड़ा के तालाब के किनारे फेंक दिया गया।
फतेहपुर( Fatehpur ) जिले में दोहरे हत्याकांड की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई। देर रात तक घटनास्थल पर पुलिस फोर्स मुस्तैद रहा। दलित दिलीप की लापता बेटियां सुमी (12) और किरण (8), सगी बहनों के सोमवार शाम करीब 7 बजे तालाब में उतराते शव मिले। दिलीप की बेटियां प्राइमरी पाठशाला में बड़ी बेटी कक्षा चार व छोटी बेटी कक्षा दो में पढ़ती थी।
ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। करीब 2 घंटे बाद पुलिस शवों को किसी तरीके से कब्जे में लेकर थाने पहुंची। उधर, देर रात को एसपी प्रशांत वर्मा और एडिशनल एसपी राजेश कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।
फतेहपुर( Fatehpur ) जिले के एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया। असोथर थाना क्षेत्र निवासी दो बहनें घर से दोपहर 12 बजे निकली थी। शाम तक बहनें घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। गांव के किनारे तालाब में देर शाम दोनों के शव उतराते मिले।
ग्रामीणों ने शवों को बाहर निकाला। बहनों की आंखों और सिर पर चोट के निशान देख हत्या की आशंका जताई जा रही है। बहनों के चाचा ने दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई है। एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम में हालात स्पष्ट हो जाएंगे।