Monday, April 21, 2025

COVID-19, Delhi, Law, News, States

कोरोना संक्रमण के चलते अब राजधानी दिल्ली में शादी-समारोह में अब सिर्फ 50 लोग ही हो सकेंगे शामिल

राजधानी में  ( में  संक्रमण (COVID-19 )के चलते अब शादियों ( Weddings In Delhi )में सिर्फ 50 मेहमान ही बुलाए जा सकेंगे। पहले   ने यह संख्या 200 तक बढ़ा दी थी। अब जब मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तो दिल्ली सरकार ने 200 मेहमानों की जगह 50 मेहमानों को बुलाने का एक प्रस्ताव ,  को भेजा था, जिस पर उनकी मंजूरी मिल गई है।

इसकी जानकारी उपमुख्यमंत्री  मनीष सिसोदिया (  )ने दी है। मनीष सिसोदिया ने बताया कि उपराज्यपाल ने शादियों( Weddings In Delhi )में 50 लोगों के शामिल होने को मंजूरी दे दी है। यह जरूरी कदम था क्योंकि जितने ज्यादा लोग एक जगह पर इकट्ठा होंगे उतना ही खतरा बढ़ेगा। लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा लेकिन लोगों को बड़ी संख्या में इकट्ठा करने से रोकना होगा।
अब शादियों में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो सकेंगे। दिल्ली सरकार ने इसका प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा था। इजाजत मिलते ही दिल्ली सरकार ने कोरोना (COVID-19 )संक्रमण को रोकने के लिए ये आदेश लागू कर दिया है।
मुख्यमंत्री  (ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि कुछ बाजारों में दिवाली के समय काफी ज्यादा लोग न तो मास्क पहन रहे थे और न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। इसकी वजह से कोरोना ( )बहुत ज्यादा फैला।

विवाह( Weddings In Delhi ) व सामाजिक आयोजनों में मेहमानों की संख्या 200 से घटाकर 50 किए जाने से टेंट व्यवसाय पर संकट के बादल छा गए हैं। ऑल इंडिया टेंट डीलर्स वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन (एआइटीडीडब्ल्यूओ) ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र भेज इस निर्णय को वापस लेने का आग्रह किया है। पत्र में लिखा है कि व्यवसायी बुकिंग की राशि लेकर उसे तैयारियों पर खर्च कर चुके हैं। बुकिंग रद होने पर ग्राहकों को उनकी धनरशि लौटाने की स्थिति में नहीं हैं।

 

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels