जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir)में सोमवार को जो मामला सामने आया उसके बाद राजनीतिक दलों में भी सरगर्मियां तेज हो गई हैं।जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU ) की पूर्व छात्रनेता शहला राशिद ( Shehla Rashid )पर उनके पिता अब्दुल राशिद शोरा ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। शहला के पिता ने दावा किया है कि उनकी बेटी एंटी नेशनल गतिविधियों में शामिल है। उन्होंने अपने लिए तुरंत सिक्योरिटी कवर की मांग करते हुए जम्मू-कश्मीर डीजीपी को एक लेटर भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अपनी बेटियों शहला राशिद, अस्मा और पत्नी जुबैदा शोरा से खुद की जान को खतरा बताया है। इसके साथ ही, अब्दुल ने जेएनयू की घटना पर कहा कि यह पूरा खेल फंड का है। वहीं, शहला राशिद ने अपने पिता के दावों को खारिज करते हुए उनपर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।
शहला राशिद ( Shehla Rashid )के पिता अब्दुल शोरा ने दावा किया कि उनकी बेटी ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के लिए तीन करोड़ रुपये लिए। उन्होंने शहला राशिद पर कहा कि वह एनजीओ भी चलाती है और उन एनजीओ की भी जांच होनी चाहिए। लीगल डॉक्युमेंट्स में वह अपने आपको बेरोजगार बताती है, तो ऐसे में पैसा कहां से आएगा। उसकी जांच होनी चाहिए। सभी को पता चल जाएगा कि फंडिंग कहां से आ रही है और क्यों आ रही है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने तीन साल इसको ( Shehla Rashid )समझाया।
शेहला के पिता अब्दुल रशीद ने दावा किया कि वर्ष 2017 में उनकी बेटी अचानक ही कश्मीर की राजनीति में आ गई थी। पहले वह नैशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई थी। उसके बाद जेकेपीएम में शामिल हुई थी। उन्होंने बताया कि टेरर फंडिंग मामले में पहले ही इंजिनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। इन नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की। अब्दुल रशीद ने बताया कि जून 2017 में इन दोनों नेताओं ने उसे वटाली के घर पर बुलाया था, जो कि श्रीनगर में है। वहां पर उसे कहा गया कि वे लोग नई पार्टी बनाने जा रहे हैं और उसमें उनकी बेटी को जोड़ा जाएगा।
अब्दुल रशीद ने आरोप लगाया कि उस दिन उन्हें मौके पर तीन करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उसके बाद उनकी बेटी से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा, ‘मैंने उस समय कहा था कि जो पैसे उसे( Shehla Rashid ) दिए जा रहे हैं वह गलत रास्ते आए हैं। इनका इस्तेमाल भी गलत जगह पर हो रहा है।’ उन्होंने बताया कि इसके बाद उनकी बेटी इन नेताओं के साथ जुड़ गई थी। इतना ही नहीं, उनका कहना है कि जब उन्होंने अपनी बेटी को मना किया तो उनसे कहा गया कि वह इस मामले में चुप रहें। उन्हें बताया गया कि पैसे ले लिए गए हैं। इन पैसों को जहां पहुंचाना था वहां भेज दिए गए हैं। यह भी कहा गया कि आगे और भी पैसे आएंगे।
