भारत सरकार ने भारतीय सेना (Indian Army ) मुख्यालय के पुनर्गठन के हिस्से के रूप में डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (रणनीति) (Deputy Chief of Army Staff (Strategy) का पद बनाने के लिए पत्र जारी किया है। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार नई नियुक्ति पाने वाला पहले अधिकारी वर्तमान में सैन्य ऑपरेशन के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह( Lt General Paramajit Singh )होंगे।
सूत्रों ने बताया कि सरकार ने सूचना महानिदेशक वारफेयर (डीजीआईडब्ल्यू) का नया पद भी बनाया है। डीजीआईडब्ल्यू के तहत अतिरिक्त महानिदेशक रणनीति संचार आएंगे।आर्मी हेडक्वॉर्टर में अभी दो डिप्टी चीफ के पद हैं लेकिन एक और डिप्टी चीफ की जरूरत डोकलाम विवाद के बाद महसूस की गई।
उल्लेखनीय है कि यह योजना सबसे पहले 2017 में चीन के साथ चल रहे दोकलाम संकट के दौरान बनाई गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेना में तीसरे डिप्टी चीफ का कार्यालय सेना के उप प्रमुख पर पड़ने वाले कार्यभार को कम करेगा। मिलिट्री इंटेलिजेंस और मिलिट्री ऑपरेशंस समेत कई प्रमुख अधिकारी उसके तहत आएंगे और वहां से मिलने वाले निर्देशों पर काम करेंगे। इसके साथ सेना के सूत्रों ने बताया कि डीजीआईडब्ल्यू, मीडिया से संबंधित मामलों को भी देखेगा।
बता दें कि देश के पहले आर्मी डेप्यूटी चीफ(रणनीति) (Deputy Chief of Army Staff (Strategy) बनाए गए लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ( Lt General Paramajit Singh )फिलहाल डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीडीएमओ) का पद संभाल रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत( Lt General Paramajit Singh ) सिंह 2016 में उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग में भी शामिल रह चुके हैं। उन्हें काउंटर टेरर ऑपरेशन में लंबा अनुभव है। लेफ्टिनेंट जनरल को सियाचिन ग्लेशियर में ऊंचाई वाले युद्ध में भी लंबा अनुभव है। उन्होंने अपने करियर का अधिकांश समय जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों का संचालन करने में बिताया है।