उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के ऐतिहासिक शहर आगरा को आज मेट्रो( Agra Metro ) का तोहफा मिल गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने सोमवार को वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए आगरा मेट्रो रेल परियोजना( Agra Metro Rail Project ) के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। पीएम के बटन दबाते ही टीडीआई मॉल के सामने लगी मशीन ने खुदाई शुरू कर दी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप पुरी मेट्रो रेल परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आगरा के कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे। वहीं, भोपाल से प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वर्चुअली कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आगरा के लोगों को मेट्रो ( Agra Metro ) का काम शुरू होने पर बहुत बहुत बधाई। आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही, लेकिन अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है। सैंकड़ों वर्षों का इतिहास संजोए यह शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अब 8000 करोड़ रुपये से अधिक का यह मेट्रो प्रोजेक्ट(Agra Metro Project )आगरा में स्मार्ट सुविधाओं के मिशन को और मजबूत करेगा। बीते छह वर्षों में यूपी के साथ ही पूरे देश में जिस गति के साथ मेट्रो नेटवर्क पर काम हुआ वह इस सरकार की पहचान और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 2014 तक देश में लगभग सवा 200 किमी मेट्रो लाइन संचालित थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ( PM Modi )ने कहा 2014 के बाद के चह वर्षों में देश में 450 किमी से ज्यादा मेट्रोलाइन पर संचालन चल रहा है और लगभग 1000 किमी मेट्रो लाइन पर तेज गति से काम भी चल रहा है। आज देश के 27 शहरों में मेट्रो का काम या तो पूरा हो चुका है, या फिर पूरा हो चुका है। यूपी में मेट्रो नेटवर्क से जुड़ने वाला आगरा सातवां शहर है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ( PM Modi )ने कहा आज मेक इन इंडिया के तहत मेट्रो कोच भी देश में ही बन रहे हैं। यही नहीं, जो सिग्नल सिस्टम है उसका भी पूरी तरह से भारत में ही निर्माण हो, इसपर भी काम चल रहा है। यानी अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में भी हम आत्मनिर्भर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है, जैसे-जैसे कोरोना की स्थिति सुधरती जा रही है। वैसे ही बहुत जल्द ही टूरिज्म सेक्टर की रौनक भी फिर से लौट आएगी।
उन्होंने कहा कि सिर्फ सपने देखने से काम नहीं चलता, उन्हें पूरा भी करना पड़ता है। जब आप साहस और समर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। भारत का सामान्य युवा, देश के छोटे शहर आज यही साहस और समर्पण दिखा रहे हैं।
20वीं सदी में जो भूमिका देश के मेट्रो शहरों ने निभाई, उसी भूमिका को विस्तार देने का काम आगरा जैसे छोटे शहर कर रहे हैं। यहां की भूमि और किसानों में अपार सामर्थ्य है। यहां डेयरी और फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं हैं। आधुनिक सुविधाएं मिलने से पश्चिमी यूपी का ये सामर्थ्य और बढ़ रहा है।
दुर्गा शंकर मिश्र, केन्द्रीय सचिव, शहरी विकास ने मंच से कहा कि 2022 में जब देश आजादी की 75वीं जयंती मना रहा होगा, तब देश में एक हजार किलोमीटर मेट्रो चल रही होगी। एक करोड़ लोग उसमे सफर कर रहे होंगे। 27 शहरों में मेट्रो का काम चल रहा है। दिल्ली से मेरठ के बीच रेपिड रेल का काम भी तेजी से चल रहा है।
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में 8380 करोड़ रुपये लागत आएगी। 7.31 लाख यात्री प्रतिदिन सफर कर सकेंगे। आगरा मेट्रो की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। जो दिल्ली और नोएडा मेट्रो से अधिक है। मेट्रो के एक कोच की कीमत आठ करोड़ रुपए है। प्रत्येक ट्रेन में तीन-तीन कोच होंगे। सबसे ज्यादा 16 ट्रेनें कालिंदी विहार से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन तक कॉरिडोर पर चलेंगी।
Speaking at the programme to begin construction of Agra Metro Rail Project. https://t.co/xDQLUUfrrZ
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2020