केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली -नोएडा बॉर्डर पर चल रहा भारतीय किसान यूनियन (BKU- भानू गुट) ( Bharatiya Kisan Union ) ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार की रात किसान संगठनों से बात की। किसानों और सरकार के बीच कृषि आयोग के गठन को लेकर सहमति बनी है। इसके बाद किसान नोएडा के सेक्टर 14A चिल्ला बॉर्डर ( Noida-Delhi border point at Chilla ) से हट गए। यहां किसान बीते एक दिसंबर से आंदोलन कर रहे थे।
किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते एक दिसंबर से अवरूद्ध नोएडा-दिल्ली लिंक रोड को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh ) के आश्वासन के बाद अब खोल दिया गया है।
नोएडा के उप पुलिस आयुक्त (डीसीपी) राजेश एस ने देर रात बताया कि किसान प्रदर्शन स्थल को खाली करने के लिए राजी हो गए और सड़क पूरी तरह से फिर से खुल गई है। कुछ प्रदर्शनकारी वहां अभी भी हैं, लेकिन वे जल्द ही इसे खाली कर देंगे।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद हम लोगों ने चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर अखंड रामायण का पाठ हो रहा है और रविवार को उसका समापन हो जाएगा। उसके बाद पूरे मार्ग को खोल दिया जाएगा।
बता दें कि चिल्ला बॉर्डर ( Noida-Delhi border point at Chilla ) पर धरने पर बैठे किसानों ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। मुलाकात के लिए किसानों की पांच सदस्यीय टीम रक्षा मंत्री के आवास पर गई थी।
किसानों की तरफ से रक्षा मंत्री के सामने 18 सूत्रीय मांगों को रखा गया था। मुख्य मांग यह थी कि किसान आयोग का गठन किया जाए। इस दौरान दोनों पक्षों में बनी सहमति के बाद बॉर्डर को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया।
किसानों की सहमति मिलने के बाद देर रात बॉर्डर( Noida-Delhi border point at Chilla ) पर लगे बैरिकेड हटाए गए, जिसके बाद दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों ने इस मार्ग का प्रयोग शुरू कर दिया। चिल्ला बॉर्डर बंद रहने के कारण दिल्ली जाने के लिए वाहन चालकों को डीएनडी और कालिंदी कुंज होकर जाना पड़ रहा था। ऐसे में लोगों को परेशानी हो रही थी।