उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के गाजीपुर ( Ghazipur ) जिले में एक दर्दनाक हादसे से हड़कंप मच गया है। जिले के गांव में ईंट भट्ठे पर काम करने वाला एक मजदूर की मड़ई (झोपड़ी) में बुधवार की रात आग लग गई, जिसमें तीन बच्चों की जलकर मौत हो गई। वहीं, मां जीवन-मौत से जूझ रही है। उनका इलाज वाराणसी में चल रहा है। पुलिस ने मृत बच्चों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार, गाजीपुर( Ghazipur ) जिले के जमानिया कोतवाली क्षेत्र के लहूआर गांव स्थित ईंट भट्ठे पर बबलू बनवासी मजदूरी का काम करता है। वह बुधवार की रात में परिजनों के साथ खाना खाकर झोपड़ी (मड़ई) में सो रहा था। आधी रात के बाद करीब दो बजे अचानक झोपड़ी में आग लग गई।
जब तक आस-पास के लोग मौके पर पहुंचते पूजा(13)‚ चन्द्रका(7) की मौके पर झुलसकर मौत हो गई थी। जबकि गंभीर रूप से झुलसे पुत्र डमरू(3) और पत्नी भागरथी देवी(32) को वाराणसी ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान तीन वर्षीय डमरू की मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पीड़ितों को सरकार कि ओर से हर संभव मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा। गाजीपुर( Ghazipur ) पुलिस ने बताया कि चंदौली जिले के दिग्गी गांव से बबलू बनवासी अपने परिवार के साथ लहूआर गांव के ईंट भट्ठे पर करीब तीन माह पूर्व काम करने आया था।
आग लगने का कारण स्पष्ट नही हो पाया है। आग लगने से तीन बच्चों कि मौत हो गई है। घटना में पत्नी भागरथी देवी भी झुलस गई है। जिसका इलाज वाराणसी में चल रहा है। फिलहाल जांच चल रही है।
