ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( UK Prime Minister Boris Johnson )ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है। वह इसी माह 26 जनवरी गणतंत्र दिवस ( Republic Day 2021 )के मौके पर आयोजित होने वाली परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने वाले थे। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस स्ट्रेन के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री जॉनसन ने पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है।
ब्रिटेन सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( Boris Johnson )ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi )से बात की, ताकि वे खेद व्यक्त कर सकें कि वे इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करने में असमर्थ होंगे। दरअसल, ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के तेजी से फैलते खतरे के बीच वहां सख्त लॉकडाउन लागू किया गया है और मंगलवार को बोरिस जॉनसन ने कहा कि संक्रमण जितनी तेजी से फैल रहा है वह बहुत दुखी करने वाला और चिंताजनक है और फिलहाल देश के अस्पतालों पर महामारी का सबसे ज्यादा दबाव है। ऐसे समय में उन्होंने ब्रिटेन में ही रहना ठीक समझा है। उन्होंने जल्द ही भारत आने की उम्मीद जताई है।
जॉनसन ( Boris Johnson )ने कहा कि मुझे साल 2021 की पहली छमाही में भारत का दौरा करने की उम्मीद है और यूके (यूनाइटेड किंगडम) के जी7 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की आशा है, जिसमें वह बतौर अतिथि शामिल होंगे।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर जॉनसन ( Boris Johnson )के भारत आने पर 28 सालों में ऐसा पहली बार होता जब ब्रिटेन के पीएम भारत में रिपब्लिक परेड का हिस्सा बनते। इससे पहले साल 1993 में ब्रिटेन के तत्कालीन पीएम जॉन मेजर गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बने थे। यात्रा को लेकर जॉनसन ने अपने एक बयान में कहा था, ‘मैं अगले साल की शुरुआत में होने वाली अपनी भारत यात्रा को लेकर काफी आनंदित हूं। प्रधानमंत्री मोदी और मैंने द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊंचाई पर ले जाने का जो सपना देखा है उसे हम हासिल करेंगे।’ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि गणतंत्र दिवस समारोह में ब्रिटेन के पीएम की मौजूदगी दोनों देशों के रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ेगी।
यूके सरकार ने कहा है कि पिछली रात से लागू हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और कोरोना के नए स्ट्रेन के प्रसार की तेज गति की वजह से प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जरूरी है कि वह यूके में ही रहें जिससे वह वायरस के खिलाफ घरेलू प्रतिक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।