उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बुलंदशहर ( ) में तैनात यूपी पुलिस (UP police ) एक सिपाही सुनील सिंह ( Sunil Singh) ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। इससे पूर्व 2 जनवरी को बुलंदशहर ( )जिले में ही एक महिला दारोगा(Sub Inspector) ने आरजू पवार ( Arzoo Pawar )आत्महत्या (suicide ) कर ली थी ।
बुलंदशहर ( आत्महत्या कर ली। मौके से मिले तीन अलग अलग पांच पन्नों के सुसाइड नोट में उसने एक महिला सिपाही के उत्पीड़न से तंग आकर यह कदम उठाने की बात लिखी है। महिला सिपाही जनपद में ही डायल 112 पर तैनात है।
)जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के एक होटल के कमरे में मंगलवार को खुर्जा देहात थाने में तैनात यूपी पुलिस (UP police ) के सिपाही सुनील सिंह ने फंदे से लटककरमुजफ्फरनगर के थाना चरथावल के गांव कुलछेड़ी निवासी सुनील सिंह (30) पुत्र नरेश यूपी पुलिस (UP police )में सिपाही के पद पर तैनात थे। उनकी वर्तमान तैनाती खुर्जा देहात थाने में मुंशी के पद पर थी। जबकि, उनकी पत्नी सुमन और बच्चे पुलिस लाइन परिसर स्थित क्वार्टर में रहते हैं। सोमवार को वह ड्यूटी पर गए थे, जहां से शाम को ड्यूटी समाप्त कर वह घर के लिए निकले। लेकिन, वह अपने घर नहीं गए और अपना फोन भी बंद कर लिया। परिजनों की काफी खोजबीन के बाद भी उनका कहीं कोई सुराग नहीं लगा। बताया गया कि उन्होंने भूड़ चौराहे के निकट स्थित एक होटल में कमरा सोमवार रात को किराए पर लिया था। जहां उन्होंने रात में अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी की। वहीं, मंगलवार सुबह होटल कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी कि सिपाही ने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली है।
मौके से पुलिस ने पांच पन्नों का तीन अलग-अलग सुसाइड नोट बरामद किए हैं। जिसमें उन्होंने एक महिला सिपाही पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।जिनमें एक पत्र उसने अपनी पत्नी के नाम लिखा है। जबकि, एक पत्र ‘अंतिम इच्छा’ जताते हुए एसएसपी और पुलिस परिवार के लिए लिखा गया है।
साथ ही एक पत्र में आरोपी महिला सिपाही को संबोधित करते हुए उसके द्वारा किए गए कृत्यों का उल्लेख किया गया है। जबकि, दो पन्नों में अन्य बातें लिखी गई हैं।
पत्नी को संबोधित करते हुए सुनील ( Sunil Singh)ने पत्र में लिखा है कि वह हमेशा उसे चरित्रवान समझती थी, लेकिन यह सच नहीं है। डायल 112 पर तैनात महिला कांस्टेबल पूजा उसे तंग कर रही है, जो वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। उसने जीने की बहुत कोशिश की, लेकिन महिला आरक्षी द्वारा बार बार धमकी दी जा रही है। बहुत डर चुका हूं, न खा पा रहा हूं और न ही पी पा रहा हूं।
मेरी मृत्यु मेरे हाथों जरूर हो रही है, लेकिन यह समझ लेना यह कदम आरोपी महिला आरक्षी के द्वारा उठवाया जा रहा है। मैं बहुत दुखी हूं, यह समझ लो कि मैं तुम सबको छोड़ कर जा रहा हूं। मैं बहुत भय में जी रहा हूं। मैं आरोपी महिला के अत्याचारों से बहुत ही दुखी हूं। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं, बच्चों का ख्याल रखना।
मृतक सिपाही सुनील ( Sunil Singh)ने एक पत्र में आरोपी महिला आरक्षी को संबोधित करते हुए बहुत से आरोप लगाए हैं। उसने लिखा है कि मैं चरित्रहीन बिल्कुल नहीं हूं। तुझसे अपनी इज्जत खराब करा लूं, उससे बेहतर है मैं खुद ही मर जाऊं। मैं तुझसे तंग आ गया हूं, इसलिए मैं मर रहा हूं। यह तय है कि तूने मेरा घर परिवार बर्बाद कर दिया। तू भी कभी खुश नहीं रहेगी। भगवान से प्रार्थना करता हूं कि तू हमेश बर्बाद ही रहे।