उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बुलंदशहर ( ) के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब (Toxic Liquor ) पीने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, 16 अन्य लोगों की हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल समेत अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने पांच लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भेजवाया है। घटना की सूचना पर डीएम और एसएसपी ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली। वहीं, जिला अस्पताल पहुंचकर बीमार लोगों से पूछताछ की। मामले में लापरवाही सामने आने पर कोतवाली प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार जीतगढ़ी गांव में कुलदीप नामक व्यक्ति अवैध रूप से देशी शराब बेचता है। गुरुवार को काफी लोगों ने उससे शराब खरीदकर पी। गुरुवार रात जहरीली शराब (Toxic Liquor ) पीने के बाद सबसे पहले सरजीत की तबीयत खराब हुई। उसे सीने में जलन आदि की समस्या होने लगी।
परिजन उसे अस्पताल लेकर जाने लगे, रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसके बाद रात में कलुआ की भी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वहीं, रात में ही सुखपाल और सतीश की भी तबीयत खराब हो गई। शुक्रवार सुबह परिजन दोनों को लेकर अस्पताल जा रहे थे। रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार आरोपी की शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। मामले में एसएसपी ने लापरवाही सामने आने पर कोतवाली प्रभारी सिकंदराबाद दीक्षित कुमार त्यागी, एक दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
बुलंदशहर जहरीली शराब (Toxic Liquor ) कांड पर मुख्यमंत्री ने सख्ती दिखाते हुए संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी और उप आबकारी आयुक्त सुरेश चंद्र पटेल को हटाया दिया है। दोनों बड़े अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश दिए हैं। जिला आबकारी अधिकारी बुलंदशहर संजय कुमार त्रिपाठी भी हटा दिए गए हैं। यही नहीं आबकारी निरीक्षक सहित प्रधान आबकारी सिपाही और दो आबकारी सिपाही निलंबित। संयुक्त आबकारी आयुक्त और उप आबकारी आयुक्त को आबकारी आयुक्त मुख्यालय से संबंध किया गया है।