महाराष्ट्र (Maharashtra )के भंडारा (Bhandara) में शुक्रवार देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। रात दो बजे भंडारा के जिला अस्पताल ( Bhandara District General Hospital) के बीमार नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत हो गई। यूनिट से सात शिशुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। शनिवार की सुबह जैसे ही लोगों को आग की खबर मिली अस्पताल में भीड़ जुटने लगी। अपने कलेजे के टुकड़े की दर्दनाक मौत से महिलाओं के विलाप से अस्पताल में शोकपूर्ण वातावारण बना हुआ है।बताया जा रहा है कि इन बच्चों में की उम्र एक दिन से लेकर तीन महीने तक थी। अस्पताल की एक लापरवाही ने इन बच्चों की जान ले ली।
जानकारी के मुताबिक भंडारा के जिला अस्पताल ( Bhandara District General Hospital) आईसीयू वार्ड में कुल 17 बच्चे मौजूद थे जिनमें से सात को ही बचाया जा सका। प्राप्त जानकारी के अनुसार भंडारा के शिशु वार्ड के आईसीयू में शुक्रवार की देर रात तक भी सबकुछ सामान्य था। देर रात जब लोग गहरी नींद के आगोश में थे तब अस्पताल में आग लग गई और जिन बच्चों का इलाज चल रहा था वह चपेट में आ गए। बताया जा रहा है कि ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने वार्ड का दरवाजा खोला तो अंदर धुआं ही धुआं था। उसने तुरंत अधिकारियों को इस बारे में बताया। इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया।
लेकिन तब तक 10 मासूमों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। आग लगने की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक, इसकी वजह शॉर्ट सर्किट हो सकती है।