मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के मुरैना ( Morena ) जिले में जहरीली शराब (Toxic Liquor ) पीने से 11लोगों के मरने की खबर सामने आई है।20 लोगों का गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज चल रहा है।इस घटना से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची मुरैना ( Morena ) पुलिस ने बीमार लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, सुमावली थाना इलाके के पावली गांव में तीन और बागचीनी इलाके के मानपुर पृथ्वी गांव में 11 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है। वहीं दो दर्जन से अधिक की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मुरैना ( Morena ) जिले के सोमवार सुबह सबसे पहले बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर जहरीली शराब (Toxic Liquor )पीने से एक व्यक्ति की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद परिजन गंभीर हालत में लेकर उसे ग्वालियर जाने लगे, जहां रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। व्यक्ति का शव लेकर जब परिजन गांव पहुंचे तो पता चला कि गांव में शराब पीने की वजह से कई और लोगों की तबीयत बिगड़ गई है।
इसके कुछ देर बाद 6 और लोगों की भी मौत हो गई, जिसके बाद सूचना पर स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई और बीमार को लोगों को मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां तीन और लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मुरैना ( Morena )जिला अस्पताल के डॉ. राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सभी लोगों की मौत जहरीली शराब (Toxic Liquor )पीने से हुई है। वहीं, कई की तबीयत खराब है।
बिलैयापुरा गांव निवासी अमर सिंह पुत्र बुद्धाराम जाटव (40) ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया है। इसके पहले सोमवार को बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर पृथ्वी गांव में जहरीली शराब से जीतेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई थी। स्वजन उसे गंभीर हालत में ग्वालियर इलाज के लिए ले जाने लगे, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। जीतेंद्र का शव लेकर स्वजन गांव पहुंचे तब पता चला कि गांव में शराब पीने से ध्रुव यादव, सिरनाम, दीपेश, बृजकिशोर, दिलीप शाक्य, धर्मेंद्र यादव, राजकुमार यादव समेत अन्य की भी तबीयत बिगड़ गई है। कुछ देर बाद ध्रुव यादव, दिलीप शाक्य और केदार यादव की भी मौत हो गई है। गांववालों के मुताबिक इन्होंने ओपी केमिकल से बनी हुई शराब पी थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर देर रात पहुंची।

मुरैना जिले में जहरीली शराब से 11 लोगों की मौत के बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है, इलाके में तनाव है। लोगों ने पुलिस की किसी प्रकार की मदद देने से इनकार कर दिया है और वहां से जाने को कह दिया है। लोगों की मौत के बाद जब पुलिस प्रशासन ने वहां शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस मनाई तो लोगों को गुस्सा और ज्यादा भड़क गया। उनका कहना था कि जब 2 दिन से लोग बीमार पड़ रहे थे, तब कोई मदद नहीं की गई। यहां तक कह दिया कि अपने अपने वाहन से मरीजों को अस्पताल तक ले चलो अब जब लोग की मौत हो गई तो प्रशासन एंबुलेंस लेकर आए।
इसके पहले उज्जैन (Ujjain) में अक्टूबर महीने में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रदेश भर में अवैध शराब को लेकर अभियान चलाया गया था, इसके बाद भी मुरैना शहर से लगे हिस्से में अवैध शराब बिक रही थी और पुलिस सोती रही। अगर उज्जैन की घटना से सबक लिया गया होता तो शायद यह घटना न होती और लोगों की जान बच जाती।