मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के मुरैना ( Morena ) जिले में जहरीली शराब (Toxic Liquor ) पीने से 20 लोगों की मौत हो गई। आनन-फानन में बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan ) ने अधिकारियों की बैठक बुलाई। मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनुराग सुजातिया को हटा दिया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना की घटना( Morena) को गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट में मुरैना के जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित करने की घोषणा की। चौहान ने ट्वीट किया, ‘मुरैना की घटना ( Morena hooch tragedy ) बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदाई है। मामले की जांच जारी है, लेकिन प्रथम दृष्टया सुपरविजन में लापरवाही बरतने पर जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित किया गया है।’ इस बीच एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है।
इससे पहले, मंगलवार सुबह को पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 14 किलोमीटर दूर मानपुर और पहावाली गांवों में हुई। उन्होंने बताया कि जहरीली शराब पीने से मानपुर और पहवाली गांव के 20 लोगों की मौत हो गई ( Morena hooch tragedy ) और 17 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए। बीमार लोगों को ग्वालियर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।मरने वालों में आठ लोग मानपुरा गांव के हैं, जिनमें शराब तस्कर का भाई भी शामिल है। सुमावली के पहावली गांव के चार लोगों की मौत हुई है। इनमें दो सगे भाई हैं।
बताया कि सभी मृतकों का मुरैना के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इस मामले में ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती लोगों के बयान लेने पुलिस वहां पहुंच गई है। उनके बयान लेने के बाद ही साफ हो पायेगा कि गांव में संदिग्ध जहरीली शराब कहां से आई थी।
छैरा-मानपुरा में दुकान-गुमटियों से अवैध शराब बेचने वाले सात शराब तस्कर मुकेश किरार, मानपुरा के गिर्राज किरार, उसके बेटे राजू किरार, पप्पू शर्मा और उसके बेटे कल्ला शर्मा, रामवीर राठौड़ और उसके बेटे प्रदीप राठौड़ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।