राजस्थान ( Rajasthan ) में भरतपुर (Bharatpur ) के रूपवास तहसील के चक सामरी गांव में जहरीली शराब (Toxic Liquor ) पीने से से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को यहां शराब पीने से 4 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 4 और लोगों ने दम तोड़ दिया था। अब 3 लोगों की हालत भी गंभीर बनी हुई है। इन्हें आंखों से दिखना बंद हो गया है। इन्हें जयपुर रैफर कर दिया है। घटना के बाद विधायक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल लिया है। घटना के बाद गुरुवार को भी गांव शोक में डूबा रहा।
गुरुवार को मंत्री सुभाष गर्ग, विधायक अमर सिंह जाटव, संभागीय आयुक्त प्रेमचंद बेरवाल, कलेक्टर नथमल डिडेल, एसपी समेत पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र ने बताया कि यहां पुलिस की स्थायी चौकी खोली जाएगी। गांव में कोबरा टीम सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
मृतकों में एक सरपंच का भाई भी शामिल है। वहीं शराब (Toxic Liquor )बेचने का आरोपी की भी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गांंव के आसपास 10 किलोमीटर एरिया में शराब के सभी गोदाम सील कर दिए हैं। जबकि, 16 ठेकों और गोदामों से शराब के सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे हैं। पुलिस ने 4 जगह से 45 लीटर हथकढ़ शराब जब्त करने के साथ ही करीब 3500 लीटर वॉश नष्ट किया है।
भरतपुर (Bharatpur ) केग्रामीणों के मुताबिक, हादसे के शिकार लोगों ने मंगलवार को गांव के ही रामेश्वर और संतोष से शराब खरीदी थी। इसके बाद जब सुबह उठे तो उल्टी, सिर चकराने और आंखों से कम दिखाई देने की शिकायतें आईं। इसके बाद इनकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद जब सुबह उठे तो उल्टी, सिर चकराने और आंखों से कम दिखाई देने की शिकायतें हुईं।
भरतपुर (Bharatpur ) के सामरी गांव में जहरीली शराब (Toxic Liquor )से रामजीत पुत्र पूरनसिंह कुशवाह, कम्पोटर पुत्र छोटेलाल कुशवाह, प्रीतम सिंह पुत्र धर्म सिंह कुशवाह और मांगीलाल पुत्र चंदन सिंह कुशवाह की बुधवार को मौत हुई थी। वहीं गुरुवार को मांगीलाल, वासुदेव और पदमसिंह ने दम तोड़ दिया। दीपचंद, मानसिंह और ओमप्रकाश को गुरुवार को जयपुर रैफर किया गया है। अभी सात और लोगों की हालत खराब है। इनमें संतोष पुत्र छोटेलाल पर अवैध रूप से शराब बेचने वालों में शामिल है।