राजस्थान ( Rajasthan ) में रिश्वतखोर अफसरों को जेल भेजे जाने की मुहिम से जनता काफी खुश है । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB),( Rajasthan anti-corruption bureau ) ने रिश्वतखोर आईएएस अफसर इंद्रसिंह राव के बाद दो एसडीएम को पकड़कर जेल भेजने में कामयाब रही है । अब एक आईपीएस निशाने पर है जांच चल रही है।
अभी हाल में दौसा जिले में रिश्वत लेते पकड़े गए बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा( Pinki Meena )और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल(Puskhar Mittal )को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से कोर्ट ने दोनों एसडीएम को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं, दलाल नीरज मीणा को कोर्ट ने 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एसीबी ने बुधवार को हाइवे निर्माण करने वाली कंपनी से 5 लाख की रिश्वत लेते पुष्कर मित्तल और 10 लाख की रिश्वत मांगते पिंकी मीणा को गिरफ्तार किया था।
जयपुर एसीबी (ACB)की टीम ने गुरुवार को दोनों एसडीएम को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-2 के मजिस्ट्रेट सचिन गुप्ता के आवास पर पेश किया। पेशी के बाद जज ने दोनों अफसरों को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, दलाल नीरज मीणा को वैशाली नगर में मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया, जहां से उसे 2 दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन ने दोनों अफसरों की गिरफ्तारी के बाद प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) कंपनी के अधिकरियों से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी। इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी( ACB director general BL Soni ) ने बताया कि दोनों द्वारा हाइवे निर्माण कंपनी से काम में रुकावट नहीं डालने और दर्ज केसों को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत नहीं देने पर काफी परेशान किया जा रहा था।
दौसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल के नाम पर कंपनी से 38 लाख रु. घूस मांगने वाले दलाल नीरज को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसीबी ने कल इस मामले में एसपी अग्रवाल पर संदेह जताते हुए उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया था। दलाल ने कंपनी अफसरों से कहा था कि एसपी को हर माह 4 लाख रुपए की मासिक बंधी देनी होगी। 7 माह के हिसाब से 28 लाख लिए थे। इसी तरह से एक FIR निस्तारण के लिए भी 10 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।