राजस्थान ( Rajasthan ) के जालोर( Jalore ) एक बस 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गई और जैन तीर्थयात्रियों (Jain pilgrims ) से भरी बस में आग लग गई। इससे 6 लोग जिंदा जल गए। 36 लोग झुलस गए, इनमें से ज्यादातर जालोर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें जोधपुर रैफर कर दिया गया। सभी लोग जैन समाज के हैं, जो नाकोड़ा तीर्थ से दर्शन करने के बाद अजमेर और ब्यावर लौट रहे थे।
इस हादसे में बस में सवार सभी लोग जैन समुदाय (Jain pilgrims )से संबंधित थे जो कि तीर्थटन मंदिर दर्शन पर निकले थे ।मृतकों की पहचान के लिए पुलिस ने प्रयास तेज किये है। हादसे में ब्यावर निवासी सोनल (44), सुरभि ( 25 ) , ब्यावर निवासी चांद देवी ( 65 ) , अजमेर निवासी राजेन्द्र , और ड्राइवर धर्मचदं जैन व एक अन्य की मौत हो गई , जबकि बस में सवार अन्य लोग झुलसे हैं। जिनको जालोर भेज गया है। गंभीर झुलसे लोगो को जोधपुर ( Jodhpur ) रेफर किया गया है।
हादसा जालोर जिले से 7 किमी दूर महेशपुरा गांव में हुआ। जैन श्रद्धालु 2 बसों में शुक्रवार की रात ब्यावर से रवाना हुए थे। सभी जालाेर ( Jalore ) जिले के जैन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। दर्शनों के बाद लौटते समय रास्ता भटककर महेशपुरा गांव पहुंच गए। गांव की संकरी गलियों से गुजरते समय एक बस 11 केवी लाइन की चपेट में आ गई और करंट फैलने से बस में आग लग गई।
बस में सवार यात्रियों (Jain pilgrims )ने बताया कि वे नाकोड़ा के बाद मांडोली में दर्शन करने गए थे। शनिवार देर शाम सभी जालोर ( Jalore ) शहर पहुंच गए। यहां खाना खाने के बाद उन्हें ब्यावर जाना था। गूगल मैप से ब्यावर का रास्ता देखते हुए बस आगे बढ़ रही थी। गलती से बस महेशपुरा गांव पहुंच गई। गांव की गली में 11 केवी की लाइन काफी नीचे थी। कंडक्टर हाइटेंशन लाइन की ऊंचाई देखने के लिए बस पर चढ़ गया और तार को हटाने लगा, इसी दौरान बस में करंट फैल गया और आग लग गई।