भारत की ऑस्ट्रेलिया( India vs Australia ) के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ऋषभ पंत( Rishabh Pant ) ने इस ऐतिहासिक जीत को अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा पल करार दिया। पंत ने पांचवें दिन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नाबाद 89 रन बनाए, जिससे भारत ने तीन विकेट से जीत दर्ज करके श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की।
भारत ने वन-डे और टी-20 श्रृंखला में भी नहीं खिलाया था। इसके अलावा टेस्ट श्रृंखला के शुरू में भी उन्हें नजरअंदाज किया गया। उन्होंने सिडनी में 97 रन की जोरदार पारी खेली और फिर यहां अपना जलवा दिखाया। इस खब्बू बल्लेबाज ने मैच के बाद कहा, ‘यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा क्षण है और मुझे खुशी है कि जब मैं नहीं खेल रहा था तब भी सहयोगी स्टाफ और मेरे साथियों ने मेरा समर्थन किया।’
पंत ( Rishabh Pant ) ने कहा, ‘यह स्वप्निल श्रृंखला रही। टीम प्रबंधन ने हमेशा मेरा साथ दिया कि मैं मैच विजेता हूं और तुम्हें टीम के लिए मैच जीतने हैं। मैं हर दिन यही सोचता रहता हूं कि मैं भारत के लिए मैच जीतना चाहता हूं और आज मैंने ऐसा किया।’
पिच पर पड़ी दरारों के बारे में पंत’ ( Rishabh Pant )ने कहा, ‘यह पांचवें दिन की पिच थी और गेंद थोड़ा टर्न ले रही थी। मुझे लगता है कि मैंने अपने शॉट खेलने में अनुशासन दिखाया।’ मैन ऑफ द मैच ऋषभ पंत को अग्रवाल से पहले भेजने का मतलब साफ था कि भारत जीतने का प्रयास करेगा। तीसरे सत्र में कुछ समय तक संभलकर खेलने के बाद उन्होंने हाथ खोलने शुरू किए।
ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने से स्तब्ध हैं। उन्होंने मंगलवार के कहा कि हमने इस झटके से बड़ा सबक सीखा है कि भारतीय टीम को कभी भी कमतर नहीं आंकना है।
विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम की अगुवाई कर रहे अंजिक्य रहाणे ने कहा कि यह जीत हमारे लिए काफी मायने रखती है। मैं नहीं जानता कि इसका कैसे वर्णन करना है लेकिन हमारे खिलाड़ियों ने एडीलेड टेस्ट के बाद जज्बा और प्रतिबद्धता दिखाई। मुझे वास्तव में प्रत्येक खिलाड़ी पर गर्व है।