पश्चिम बंगाल ( West Bengal) के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) में उथल-पुथल का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है। एक के बाद एक कई नेता पार्टी को अलविदा कह चुके हैं तो शुक्रवार को पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस ने विधायक बैशाली डालमिया( Baishali Dalmiya )को पार्टी से निकाल दिया है।
मंत्री पद से राजीब बनर्जी के इस्तीफे के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेतृत्व ने शुक्रवार को पिछले कुछ समय से बागी तेवर अपनाए हावड़ा के बाली से तृणमूल विधायक बैशाली डालमिया ( Baishali Dalmiya )को पार्टी से निष्कासित कर दिया। तृणमूल की अनुशासन कमेटी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उनको दल से निष्कासित करने का फैसला किया। गौरतलब है कि बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत जगमोहन डालमिया की बेटी बैशाली ने मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले राजीब बनर्जी के पक्ष में शुक्रवार को भी बयान दिया था। इससे पहले उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले उत्तर हावड़ा से ही विधायक लक्ष्मी रतन शुक्ला का भी समर्थन किया था।
इससे कुछ ही घंटे पहले तृणमूल के ही वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। डालमिया ने बनर्जी के इस्तीफे के लिए भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना की। डालमिया बीते कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाए हुए थीं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि तृणमूल के कुछ भ्रष्ट नेता दीमक की तरह पार्टी को चट कर रहे हैं।
बैशाली ( Baishali Dalmiya )पिछले कुछ समय से लगातार आरोप लगा रही हैं कि दल के भीतर विधायकों व मंत्रियों को लगातार अपमानित किया जा रहा है। इसी के चलते एक-एक कर लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने राजीब बनर्जी के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को उनका बचाव करते हुए कहा कि उनके इस्तीफे से न सिर्फ दल को बल्कि अनेक लोगों (आम नागरिकों) को नुकसान हुआ है, जिसके लिए वह काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी पार्टी में काफी अपमानित किया जाता है। दल में जो अच्छे लोग हैं उनके लिए कोई जगह नहीं है, उन्हें लगातार प्रताड़ित व अपमानित किया जा रहा है। जिन्हें स्वाभिमान है वह अपमान नहीं सह सकते हैं। वैशाली ( Baishali Dalmiya )ने यह भी कहा कि पेड़ के पत्ते एक-एक कर गिरने से पेड़ को ही नुकसान होता है। दल के लोग ही दल को कमजोर कर रहे हैं। इधर, बैशाली को निष्कासित किए जाने पर हावड़ा जिला तृणमूल कांग्रेस के चेयरमैन व मंत्री अरूप राय ने कहा कि पार्टी ने सही फैसला लिया है। पार्टी को कमजोर करने की जो लोग कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। गौरतलब है कि पिछले काफी समय से बैशाली तृणमूल के खिलाफ मोर्चा खोले हुई हैं।