लद्दाख ( Ladakh) की गलवान घाटी(Galwan Valley) में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए कर्नल बी संतोष बाबू ( Colonel B Santosh Babu ) , 16 बिहार रेजिमेंट को मरणोपरान्त महावीर चक्र(Maha vir Chakra) से सम्मानित किया जाएगा। महावीर चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। बता दें कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाकों में घुसपैठ की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे तो चीन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था। हालांकि, चीन ने अपने मारे गए सैनिकों की संख्या जाहिर नहीं की है। कर्नल संतोष बाबू 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे।
उनके पांच अन्य साथियों नायब सूबेदार नूडूराम सोरेन, हवलदार के पिलानी, हवलदार तेजेंद्र सिंह, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वहीं मेजर अनुज सूद को कश्मीर घाटी में उत्कृष्ट कार्य और अद्भुत शौर्य के प्रदर्शन के लिए शोर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।
वहीं सूबेदार संजीव कुमार को दूसरे सबसे बड़े वीरता सम्मान कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया। 4 अप्रैल 2020 को जम्मू कश्मीर में उन्होंने आतंकियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन को सफलतापूर्व संपन्न किया था।
गलवान घाटी (Galwan Valley)में हुई चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल बी. संतोष बाबू ( Colonel B Santosh Babu )चीनी पक्ष से हुई बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे, लेकिन देर रात हुई हिंसा में वह शहीद हो गए। मूलत: तेलंगाना के सूर्यपत जिले के निवासी कर्नल संतोष बाबू 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अफसर भी थे। इससे पूर्व भी वह तनाव कम करने को लेकर हुई कई बैठकों का नेतृत्व कर चुके थे।

सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि उस रात जब चीनी सेना तय कार्यक्रम के अनुसार पीछे नहीं हटी तो कर्नल बाबू ( Colonel B Santosh Babu )स्वयं उनसे बात करने गए थे। इसी दौरान चीनी पक्ष की तरफ से उनके साथ हाथापाई की गई, जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाब दिया था। इससे दोनों तरफ से हिंसा शुरू हो गई थी। पत्थर और लाठी-डंडे चले थे। दोनों पक्षों में कई लोग घायल भी हो गए थे।