प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा में किसान आंदोलन( Farmers Protest )कोरोना वायरस समेत विभिन्न मुद्दों पर खुलकर राय रखी। उन्होंने दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर दो महीने से ज्यादा समय से जारी किसान आंदोलन के बारे में जहां कहा कि वे कानून में बताएं कि गलती कहां है तो उसे बदलने के लिए तैयार हैं, तो वहीं कोरोना वायरस पर कहा कि कोरोना काल में भारत ने जिस तरह से दुनिया को संभालने में मदद की, वह एक तरीके से टर्निंग प्वाइंट था। कृषि कानूनों के मुद्दे पर सदन में हंगामा कर रही कांग्रेस (Congress ) पर पीएम मोदी ने चुटकी भी ली। उन्होंने कांग्रेस को कन्फ्यूज और डिवाइडेड पार्टी बताया।
पीएम मोदी ( PM Narendra Modi )ने कहा कि किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं, भारतीय लोकतंत्र में आंदोलन का का महत्व है और रहेगा, लेकिन आंदोलनजीवियों ने किसानों के पवित्र आंदोलन को बदनाम किया। जब आंदोलनजीवी( Andolanjeevi ) पवित्र आंदोलन को अपने फायदे के लिए उठाते हैं तो क्या होता है। नक्सलवादी, आतंकवादी आदि जो जेल में बंद हैं, उनकी फोटो लेकर रिहाई की मांग की जाती है। ऐसा करना किसान आंदोलन को अपवित्र बनाने का प्रयास है। आंदोलन के तौर-तरीकों को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि आंदोलनकारी ऐसे तरीके नहीं अपनाते, बल्कि आंदोलनजीवी ऐसा करते हैं, ये तौर-तरीके देश के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में 18वीं सदी के सोच से कृषि का भला नहीं कर सकते, इसे बदलना होगा। तीनों कृषि कानून लागू होने के बाद देश में कहीं मंडी बंद नहीं हुई और न ही एमएसपी बंद हुआ, एमएसपी पर खरीद बढ़ी है।
पीएम मोदी( PM Modi )ने कहा कि मैं हैरान हूं पहली बार एक नया तर्क आया है कि हमने मांगा नहीं तो आपने दिया क्यों। दहेज हो या तीन तलाक, किसी ने इसके लिए कानून बनाने की मांग नहीं की थी, लेकिन प्रगतिशील समाज के लिए आवश्यक होने के कारण कानून बनाया गया।
कांग्रेस पार्टी का एक तबका राज्यसभा में एक तरफ चलता है और दूसरा तबका लोकसभा( Lok Sabha ) में दूसरी तरफ चलता है, ऐसी विभाजित पार्टी देश का भला नहीं कर सकती। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सदन में तीनों कृषि कानूनों के कंटेंट (विषय वस्तु) और इंटेंट (मंशा) पर बात नहीं हुई।
लोकसभा में विपक्षी दलों के हंगामे पर पीएम मोदी भड़क गए। उन्होंने कहा कि ठहरा हुआ पानी बीमार करता है। उन्होंने कहा कि संसद में ये हो-हल्ला, ये आवाज, ये रुकावटें डालने का प्रयास, एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है। रणनीति ये है कि जो झूठ, अफवाहें फैलाई गई हैं, उसका पर्दाफाश हो जाएगा। इसलिए हो-हल्ला मचाने का खेल चल रहा है।