महाराष्ट्र (Maharashtra ) सरकार ने अब खुलेआम में सरकारी विमान से गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ( Bhagat singh Koshiyari )को उतार खुलेआम राज्य के गवर्नर तौहीन की है।इस को लेकर अब घमासान मच गया है।
देहरादून जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को गुरुवार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। विमान में जाकर बैठ चुके गवर्नर को ऐन वक्त पर बताया गया कि प्लेन को उड़ने की मंजूरी उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार ने नहीं दी है, जबकि गवर्नर ऑफिस की ओर से बताया गया है कि 9 दिन पहले ही सरकार से मंजूरी मांगी गई थी। शिवसेना ने कहा है कि राज्यपाल किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं जा रहे थे, इसलिए उन्हें मंजूरी नहीं दी गई। वहीं, बीजेपी और एमएनएस ने इसे राज्यपाल का अपमान बताकर उद्धव ठाकरे सरकार को घेर लिया है।
सरकार द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी( Bhagat singh Koshiyari )को गुरुवार को हवाई यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। इस संबंध में राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को दो फरवरी को पत्र लिखा था। इसके बावजूद उन्हें सरकारी विमान से जाने की अनुमति नहीं मिली। गुरुवार को राज्यपाल जब उत्तराखंड जाने के लिए मुंबई हवाईअड्डे पहुंचे तो पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया। इसे लेकर भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राज्यपाल को विमान से उतार दिया गया। लोग इस सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे। इतना ही नहीं, भाजपा नेता ने कहा कि सरकार को राज्यपाल से माफी मांगनी चाहिए।
घटना पर महाराष्ट्र के राज्यपाल कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘यात्रा की तैयारी के लिए, राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को 2 फरवरी 2021 को पत्र लिखा था, जिसमें राज्यपाल द्वारा सरकारी विमान के उपयोग की अनुमति मांगी गई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित किया गया था। आज राज्यपाल जब भगत सिंह कोश्यारी मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे और सरकारी विमान में सवार हुए, तो उन्हें सूचित किया गया कि उन्हें विमान के उपयोग की अनुमति नहीं मिली है। फिर तत्काल एक वाणिज्यिक विमान में उनके लिए टिकट बुक किया गया और वह देहरादून के लिए रवाना हो गए।’
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ( Bhagat singh Koshiyari )उत्तराखंड के दौरे पर जा रहे थे। वह उस समय सरकारी विमान में थे। हालांकि, ठाकरे सरकार ने राज्यपाल की इस यात्रा को अनुमति नहीं दी थी। हैरानी की बात ये है कि राज्यपाल कोश्यारी को विमान में चढ़ने के बाद पता चला कि उन्हें इससे जाने की अनुमति नहीं है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राज्यपाल केवल एक व्यक्ति नहीं है बल्कि एक संवैधानिक पद है। यह घटना राज्य के लिए एक काला अध्याय है।’ उन्होंने कहा कि संविधान में राज्य के प्रमुख राज्यपाल हैं। मुख्यमंत्री के पास कई फाइल गई। जानबूझकर इजाजत नहीं दी गई। राज्यपाल को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया।