प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई (Chennai)पहुंचे हैं। यहां प्रधानमंत्री मोदी ( Prime Minister Narendra Modi )ने सेना को और ताकतवर बनाने के लिए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को युद्धक स्वदेशी अर्जुन मार्क – 1ए टैंक( Arjun Main Battle Tank (MK-1A),की चाबी सौंपी है। इसी के साथ सेना में 118 उन्नत अर्जुन टैंक शामिल किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औपचारिक रूप से डीआरडीओ (DRDO)द्वारा विकसित अर्जुन मेन बैटल टैंक (MK-1A)( Arjun Main Battle Tank (MK-1A),को भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमआर नरवणे( Indian Army Chief General MM Naravane )को सौंप दिया। डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने पीएम मोदी को MK-1A का मॉडल पेश किया, जिसे उन्होंने सेना प्रमुख को सौंप दिया। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में आयोजित एक समारोह में उन्होंने इस अत्याधुनिक टैंक की सलामी भी स्वीकार की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। पीेएम मोदी ने कहा कि कोई भी भारतीय इस दिन को नहीं भूल सकता। दो साल पहले पुलवामा हमला हुआ था। हम उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं जो हम उस हमले में शहीद हुए। हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है।उन्होंने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों ने कई बार दिखाया है कि वो मातृभूमि की रक्षा करने में पूरी तरह से समर्थ है। उन्होंने ये भी दिखाया कि भारत शांति में विश्वास करता है, लेकिन भारत किसी भी हालत में अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा। हम अपने सशस्त्र बलों को दुनिया में सबसे ज़्यादा मॉडर्न फोर्स बनाने की दिशा में आगे भी काम करते रहेंगे। इसी के साथ भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में फोकस तेज़ी के साथ आगे बढ़ेगा।
रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के यहां स्थित युद्धक वाहन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान द्वारा निर्मित इस अत्याधुनिक टैंक का डिजाइन देश में ही तैयार और विकसित किया गया है। पूरी तरह स्वदेश में निर्मित अर्जुन टैंक के इस उन्नत संस्करण का निशाना अचूक बताया जा रहा है, जिससे भारतीय सेना की जमीन पर मारक क्षमता को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।
डीआरडीओ ने अर्जुन टैंक ( Arjun Main Battle Tank (MK-1A)की फायर पावर क्षमता को काफी बढ़ाया है। अर्जुन टैंक में नई टेक्नोलॉजी का ट्रांसमिशन सिस्टम है। इससे अर्जुन टैंक आसानी से अपने लक्ष्य को ढूंढ लेता है। अर्जुन टैंक युद्ध के मैदान में बिछाई गई माइंस हटाकर आसानी से आगे बढ़ने में सक्षम है। अर्जुन टैंक में केमिकल अटैक से बचने के लिए स्पेशल सेंसर लगे हैं।