उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) महोबा ( Mahoba) जिले में के कबरई में झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी से परेशान अधिवक्ता( Mahoba lawyer )मुकेश कुमार पाठक( Mukesh Kumar Pathak )(50) ने शनिवार की देर रात लाइसेंसी राइफल से गोली मारकर आत्महत्या (suicide) कर ली। अधिवक्ता के पास से मिले सुसाइड नोट में ब्लाक प्रमुख और प्रसपा के प्रदेश महासचिव छत्रपाल यादव और उनके साथियों द्वारा बेटे से 60 लाख रुपये वसूलने और रिपोर्ट दर्ज कराने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
महोबा में पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ ने अब कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ( Indrakant Tripathi )के बाद अब प्रतिष्ठत वकील ( Mahoba lawyer )मुकेश पाठक की जान ले ली वकील ने सुसाइड नोट में लिखा है पुलिस आरोपियों से मिली हुई सुसाइड नोट एसपी महोबा और सीओ महोबा के उल्लेख किया है ।जब पुलिस में शिकायत की तो पुलिस पर कार्यवाही की जगह दवा कर बैठ गयी उल्टे माफिया दंबगों एडवोकेट ( Mahoba lawyer )को झूठे बलात्कार के मुकद्दमे मे जेल भिजवा परिवार को तवाह करने धमकी दे जाने लगी, पुलिस ने फिर भी वकील की नही सुनी , तो वकील ने सुसाइड नोट लिख खुद को शूट कर लिया
वकीलों व परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय दोषियों पर कार्रवाई और सीओ सिटी को हटाने की मांग को लेकर हाईवे पर आधे घंटे तक जाम लगाया। इसके बाद सीओ सिटी को महोबा से हटाकर कुलपहाड़ भेजा गया। शहर के समदनगर निवासी अधिवक्ता मुकेश कुुमार पाठक के बेटे शिवम से ब्लाक प्रमुख और उनके साथियों ने जबरन दबाव बनाकर 60 लाख रुपये वसूल लिए थे।
सात फरवरी को शहर कोतवाली में ब्लाक प्रमुख समेत पांच लोगों पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। आरोपी लगातार दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाने और हत्या की वकील को धमकी दे रहे थे। शनिवार की शाम एक होटल में वकील और आरोपियों के बीच वार्ता हुई, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला, जिससे अधिवक्ता मानसिक तनाव में आ गए।
होटल से घर लौटने पर अधिवक्ता ने शनिवार की रात 11 बजे राइफल से खुद को गोली मार ली। गले में गोली लगने से मौके पर मौत हो गई। रात में ही एसपी अरुण कुमार और एएसपी आरके गौतम पहुंचे राइफल व सुसाइड नोट बरामद किया है।
अधिवक्ता ( Mahoba lawyer )के बेटे राहुल की तहरीर पर पुलिस ने ब्लाक प्रमुख छत्रपाल यादव, विक्रम यादव, आनंद मोहन यादव, रवि सोनी, मनीष चौबे, अंकित सोनी व अभय प्रताप सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की रिपोर्ट दर्ज कर ब्लाक प्रमुख और विक्रम को गिरफ्तार कर लिया।
बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ( UP Bar Council ) के सदस्य व उप्र अधिवक्ता महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष अजय कुमार शुक्ल ने भी दिवंगत अधिवक्ता मुकेश पाठक की खुदकुशी प्रकरण में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पत्र जारी करते हुए इस घटना के लिए स्थानीय ब्लाक प्रमुख छत्रपाल यादव द्वारा एसपी और सीओ के संरक्षण में की जा रही अवैध वसूली व उत्पीडऩ को जिम्मेदार बताया। उन्होंने एसपी व सीओ सहित सभी आरोपितों के विरुद्ध रासुका के तहत कार्रवाई किए जाने तथा दिवंगत अधिवक्ता के स्वजन को एक करोड़ की सहायता राशि दिलाए जाने की मांग की है।
महोबा में इसी तरह करीब पांच माह पूर्व कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत हुई थी, उन्होंने भी तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ रिश्वत मांगने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इसी तरह उन्होंने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि उनकी जान को खतरा है। पुलिस आज तक मणिलाल पाटीदार को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।