उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आजमगढ़ ( Azamgarh ) जिले में सोमवार शाम बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर बसपा नेता( BSP leader ) की हत्या कर दी। वे दो बार निजामाबाद विस सीट से बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके थे। कलामुद्दीन ( Kalamuddin ) (55) बसपा के पुराने कार्यकर्ता थे। शहर के रोडवेज क्षेत्र में उनकी ट्रैक्टर और आटो की एजेंसी है। सोमवार शाम वह एजेंसी से घर के लिए निकले।
करीब सात बजे कलामुद्दीन ( Kalamuddin ) बसपा नेता(BSP leader )गांव से पहले नहर पटरी के पास पहुंचे तभी घात लगाए चार बदमाशों ने उन पर गोलियां बरसा दीं और चार पहिया वाहन से फरार हो गए। उन्हें चार गोलियां लगीं। आसपास के लोग उन्हें तत्काल सीएचसी टीकरगाढ़ लालगंज ले गए जहां हालत गंभीर देख डाक्टर ने वाराणसी रेफर कर दिया। वहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना से गांव में हड़कंप मच गया है। कलामुद्दीन पर पांच साल पूर्व भी हमला हुआ था उस समय वह नमाज पढ़ने मस्जिद जा रहे थे। हमले में उनका पुत्र घायल हो गया था।
बसपा नेता( BSP leader ) कलामुद्दीन की रंजिश काफी दिनों से गांव में चल रही है। पांच साल पूर्व भी इन पर हमला हुआ था। उस समय यह नमाज पढ़ने मस्जिद जा रहे थे। हमले में कलामुद्दीन तो बाल-बाल बच गए थे, लेकिन इनका पुत्र घायल हो गया था।
बसपा नेता कलामुद्दीन का लंबा चौड़ा कारोबार है। शहर में रोडवेज क्षेत्र में ट्रैक्टर व आटो एजेंसी है। इसके साथ ही ये प्रापर्टी का भी काम करते है। आजमगढ़, लखनऊ से लेकर दुबई तक में इनका कारोबार फैला है। घटना के पीछे कारण क्या है यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
कलामुद्दीन का गांव में भी विवाद चल रहा था। लगभग तीन साल पूर्व गांव के प्रधान बबलू को दौड़ा कर गोली मारी गई थी। इस मामले में भी कलामुद्दीन नामजद थे। शुरू से ही ये बसपा से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में भी पार्टी के सदस्य हैं।