मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के सीधी( Sidhi )में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। करीब 54 यात्रियों से भरी बस बाणसागर नहर में गिर गई। अब तक 47शव मिल चुके हैं। 6 लोग बचा लिए गए। ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। उसे हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 47से ज्यादा होने की आशंका जताई है। कुछ शवों के बह जाने की बात भी सामने आई है।
बस सीधी( Sidhi ) से सतना जा रही थी। हादसा रामपुर के नैकिन इलाके में सुबह करीब 7.30 बजे हुआ। हादसे के चार घंटे बाद 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया। नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है। जिस वक्त हादसा हुआ, तब बहाव तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। मृतकों में 12 छात्र भी थे।
सीधी ( Sidhi )में नहर में गिरी जबलनाथ ट्रैवल्स की बस अगर अपना रूट नहीं बदलती तो लोगों की जान नहीं जाती। छुहिया घाटी से होकर बस रोजाना सतना( Satna ) के लिए जाती थी। मंगलवार की सुबह जाम लगे होने की वजह से ड्राइवर ने बस का रूट बदलकर नहर का रास्ता पकड़ और यह हादसा हो गया। सीधी से सतना के बीच चलने वाली बसें सुबह के समय अकसर खाली हो जाती हैं। मंगलवार को रेलवे एनटीपीसी का एग्जाम था। रीवा और सतना में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 32 सीटर बस में ज्यादातर युवा ही थे, वह परीक्षा देने रीवा और सतना आ रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, बस की क्षमता 32 सवारियों की थी, लेकिन इसमें 54 यात्री भर लिए गए थे। बस को अपने तय समय पर सुबह पांच बजे रवाना होना था, लेकिन ये सुबह तीन बजे रवाना हो गई।
इससे पहले, मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘सीधी में सतना जा रही बस के नहर में गिरने से हुए हादसे में कई अनमोल जिंदगियों के काल कवलित होने के समाचार से बहुत दुख हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने और लापता लोगों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधी बस हादसे पर दुख जताया। साथ ही मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की मुआवजा देने और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुयये दिए जाने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी।