मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के सीधी( Sidhi Bus Accident ) बस हादसे में 22 फीट गहरी नहर में समाई 32 सीटर बस में 63 यात्री सवार थे,पहले बताया जा रहा था 54 लोग थे लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों आज 63 यात्री कहने की बात कही है । अब तक 51 शव निकाले गये,4 अब भी लापता है।इन परिवारों को अपनों के खोने का दर्द और कभी न मिट सकने वाली टीस भी मिली है।
सीधी( Sidhi Bus Accident ) बस हादसे मेंरात में अंधेरा होने के कारण मंगलवार को सर्चिंग ऑपरेशन बंद कर दिया गया था, जिसे बुधवार सुबह 6 बजे फिर शुरू किया गया। पहले ही घंटे में दो और शव मिल गए। अब भी पांच लापता लोगों की तलाश की जा रही है। इस हादसे में 51 लोगाें की मौत हो गई। आधिकारिक तौर पर 49 शव निकालने की जाने की पुष्टि हुई है। इनमें 47 शव कल जबकि दो शव आज निकाले गए हैं।51 शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए रामपुर नैकिन में डॉक्टर कम पड़ गए। जिलेभर से डॉक्टरों को बुलाया गया, तब जाकर सभी शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ।
इनके अलावा 6 लोग ऐसे भी हैं, जो मौत को मात देकर बाहर निकल आए। इसमें 3 युवतियां और 3 पुुरुष हैं।माना जा रहा है कि कुछ शव बह गए हैं। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही एक महिला, एक लड़की और उसके भाई ने सात लोगों को बचा लिया। बस का ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया, जिसे बाद में हिरासत में ले लिया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक बस में कुल 63 यात्री सवार थे। तीन हादसे से पहले ही बस से उतर गए थे। वहीं 60 यात्रियों में छह की जान बचाई जा चुकी है। बस में कुल 60 यात्रियों में तीन मासूम बच्चों सहित 28 महिलाएं और 30 पुरुष यात्री सवार थे। इसमें से 47 के शव निकाले जा चुके हैं। इन शवों में 23 पुरुष, 22 महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। वहीं सात लापता लोगों में एक पांच माह की बच्ची भी शामिल है जिनकी सर्चिंग आज सुबह शुरू हुई। इनमें से दो और शव मिले हैं। अब पांच लोगों की तलाश की जा रही है।
नहर में पलटने वाली सीधी-सतना रूट की बस एमपी 19 पी 1882 में कुल 33 स्थानों से लगभग 60 लोग सवार हुए थे। इसमें सबसे अधिक रामपुर नैकिन, कुसमी और बहरी वेलहा से तीन-तीन, बरौ खड्डी रामपुर, चुरहट, कुकुडीझर सीधी, देवसर तरका, सिहावल तिलवार, कठार बोदरहा गोपद बनारस, मुइमाड़ देवरी कुसमी से दो-दो और चदैनिया चुहरट के शामिल रहे। अन्य आसपास के जिलों और कस्बों में रहने वाले थे।
हादसा( Sidhi Bus Accident ) रामपुर नैकिन के पास सरदा गांव में हुआ। यह जगह सीधी से 80 किलोमीटर और सतना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। बस सुबह 6 बजे सीधी से रवाना हुई थी। इसमें 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन ड्राइवर ने 60 से ज्यादा लोग भर लिए थे। इनमें ज्यादातर सीधी और सिंगरौली जिले के रहने वाले थे। 12 लड़के-लड़कियां रेलवे, NTPC और नर्सिंग का एग्जाम देने सतना और वहां से रीवा जाने के लिए अपनी मां या पिता के साथ इस बस में सवार हुए थे।
बाणसागर नहर से निकाले गए शवों में से 45 की पहचान कर ली गई है। इसमें से ज्यादातर युवा हैं, जो रेलवे और बीएससी नर्सिंग की परीक्षा देने के लिए रीवा और सतना जा रहे थे। जिन 51 शवों की पहचान की गई है, उनमें से 16 यात्रियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। दो साल के बच्चे की भी हादसे में मौत हुई है।