मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के सीधी( Sidhi Bus Accident ) बस हादसे में 22 फीट गहरी नहर में समाई बस में सबसे छोटी यात्री पांच महीने की सौम्या( infant girl Saumya ) थीं, जिस वक्त सीधी की वो बस बाणसागर नहर के किनारे से गुजर रही थी, तब सौम्या मां सोमबाई के आंचल में लेटी थी। उसकी मौसी आशा भी साथ थीं। मां और मौसी एएनएम की परीक्षा देने सतना जा रही थीं। जैसे ही झटके से बस नहर में गई, तो सौम्या मां के आंचल से छिटक गई। बस डूबते ही तीनों की सांसें थम गईं होंगी। सौम्या उस बस में मौजूद सबसे छोटी यात्री थी। बस के दोनों दरवाजे बंद थे, लेकिन खिड़कियां खुली थीं।, सीधी बस हादसे में मां गोद से छिटकी पांच महीने की सौम्या का शव 20 किमी दूर मिला जिसकी तस्वीर ने सभी को रुला दिया
शायद यही वजह रही होगी कि मां और मौसी के शव बस में ही रह गए, लेकिन सौम्या बाहर निकल आई। सीधी बस हादसे ( Sidhi Bus Accident ) के 30 घंटे बाद उसका शव गोताखोरों को 20 किमी दूर रीवा के गोविंदगढ़ के पास मिला। जिसकी तस्वीर ने सभी को रुला दिया ,हादसे यह तस्वीर दिल को झकझोर देने वाली थी।यह हादसा ऐसी ही कई कहानियां छोड़ गया है। कुसमी गांव के यादव परिवार ने अपने चार लोगों को इस हादसे में खोया है। उनका तो आधा कुनबा ही खत्म हो गया, पति, पत्नी, बेटा और चचेरा भाई। बुधवार को एक साथ चार अर्थियां गांव से गुजरीं।B
इससे पहले, नहर से बचाव दल को बुधवार सुबह 4 और यात्रियों के शव मिले। सीधी बस हादसे में( Sidhi Bus Accident ) में 51 शव निकाले गये है, जबकि तीन अब भी लापता हैं।सीधी बस हादसे को 72 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। तीन परिवारों के आंसू अब भी नहीं थम रहे। बच्चों की तलाश में सीधी से रीवा जिले पहुंच गए, पर इंतजार खत्म नहीं हो रहा। गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में तीनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। रोते-बिलखते परिजनों ने सीएम से कहा, ‘हमारे बच्चों को ढुंढवा दीजिए। अब और इंतजार नहीं होता।’
इधर, तीनों की तलाश के लिए जबलपुर से SDRF की एक टीम पहुंची है। जबलपुर से सेना भी बुला ली गई है। सेना के जवान लापता युवकों को छुहिया पहाड़ी में बनी नहर की करीब 4 किलोमीटर लंबी सुरंग में तलाशेंगे। जवान ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ सुरंग में उतरेंगे।