मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) की पन्ना( Panna ) जिला कोर्ट में हत्या के एक मामले में अदालत ने आराेपी को उम्रकैद की सजा सुनाई। इतना सुनते ही उसने जेब से जहर की पुड़िया निकाली और गटक ली। अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
मामला पन्ना( Panna ) जिला कोर्ट का है। आरोपी यूपी के बांदा जिले का रहने वाला था। सोमवार को कोर्ट ने आरोपी अनिल शिवहरे पिता रामगोपाल निवासी राजनगर थाना नरेनी जिला बांदा उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सजा सुनते ही आरोपी ने जेब से पुड़िया निकाली और जहर खा लिया। यह देख सभी हक्का-बक्का रह गए। उसे ताबड़तोड़ पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालत को देखते हुए डॉक्टर ने आरोपी को रीवा (Rewa ) के संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 2 घंटे बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी की मौत की सूचना परिजन को दी है। बांदा जिले से रीवा के लिए परिजन रवाना हो गए हैं। फिलहाल शव को मर्चुरी में रखवा दिया गया है। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि आरोपी पहले से ही आत्महत्या के इरादे से जहर लेकर आया था। जैसे ही न्यायालय ने सजा सुनाई, उसने जहर खा लिया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
मृतक अनिल शिवहरे के पिता रामगोपाल ने बताया कि वर्ष 2017 में पन्ना ( Panna )जिला अंतर्गत भदौही में एक व्यक्ति की हत्या हुई थी। उक्त हत्या मामले में 6 आरोपी थे। जिसमें एक आरोपी अभी फरार है। पांच लोगों में से चार को पहले ही उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है।आरोपी अनिल शिवहरे पिता रामगोपाल पुलिस की कस्टडी में था। आखिर उसके पास जहर पहुंचा कैसे? इस मामले में पुलिस भी कुछ बोल नहीं रही है।