बिहार (Bihar ) के सीतामढ़ी( Sitamarhi )में शराब तस्करों और पुलिस के बीच मुठभेड़ बिहार पुलिस के उपनिरीक्षक( Sub Inspector )दिनेश राम शहीद हो गए। एक चौकीदार लालबाबू भी जख्मी हुए हैं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां दागी। पुलिस की गोली से एक तस्कर रंजन सिंह मौके पर ही ढेर हो गया।
यह घटना सीतामढ़ी ( Sitamarhi )के मेजरगंज के कुंवारी गांव में हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि नेपाल के रास्ते बिहार में शराब की बड़ी खेप लाई जा रही है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुंवारी गांव में शराब तस्कर व कई मामले में फरार अपराधी उस गांव में डेरा डाले हुए हैं। पुलिस की टीम गांव में छापेमारी करने पहुंच गई।इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। हालांकि पुलिस को इस बात का अंदाजा नहीं था कि तस्करों के पास हथियार होंगे।
पुलिस से सामना होते ही अपराधियों ने गोलियां चला दी। सबसे आगे रहे एएसआइ को ही अपराधियों की गोली लगी। सिर में गोली लगने की बात कही जा रही है। हालांकि, यह कंफर्म नहीं हो सका है कि उनको कितनी गोलियां लगी हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। शराब तस्करों के साथ पुलिस की हुई इस मुठभेड़ ने बिहार में एक बार फिर से शराब के बड़े गोरखधंधे को उजागर कर दिया है।
कुंआरी मदन गांव में मेजरगंज थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद सिंह, एसआइ दिनेश राम, स्थानीय चौकीदार लालबाबू पासवान, चौकीदार मिंटू सिंह जैसे ही पहुंचे कि घर के भीतर से फायरिंग होने लगी। शायद अपराधियों से मुठभेड़ के अंदेशे में ही थानाध्यक्ष व एसआइ अपनी पुलिस जीप दूर खड़ी कर पैदल ही घेराबंदी को पहुंचे थे। चौकीदार मोटरसाइकिल से आगे-आगे थे। अपराधियों की ओर से चलाई गई चार गोली लालबाबू पासवान को लगी। एक गोली एसआइ दिनेश राम को सिर में लगी। गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग होता देख अफरातफरी मच गई। इसी बीच चारों बदमाश अपनी-अपनी बाइक लेकर फरार हो गए।
सीतामढ़ी ( Sitamarhi ) के मेजरगंज जहां यह मुठभेड़ हुई, वो भारत-नेपाल सीमा( Nepal – India border )में मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर है। कोरोना के दौरान भारत-नेपाल की सीमा को सील कर दिया गया था, हालांकि नेपाल ने अपनी तरफ से सीमा को खोल दिया है लेकिन भारत ने इसे अभी भी बंद किया हुआ है।