उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के उन्नाव ( Unnao )जिले में यूपी पुलिस (UP police ) के दरोगा के आंतक और पुलिस की वर्दी के खौफ से व्यवसायी ( Businessman )सुरेश (50) इतना परेशान हो गया कि उसने फांसी पर लटक आत्महत्या कर ली।फिरोजाबाद के रामगढ़ थाने के तैनात इंस्पेक्टर ने परिवार को बर्बाद करने की धमकी दी थी इससे आजिज बेथर निवासी किराना व्यवसायी सुरेश (50) ने घर में फंदे से लटककर जान दे दी।
गुरुवार रात फांसी लगाने से पहले व्यवसायी ( Businessman ) ने डीएम और एसपी के नाम 3 पेज का सुसाइड नोट ( 3- page suicide note ) भी लिखा। इसमें लिखा कि अपनी जमीन पर निर्माण कराने से पुलिस इंस्पेक्टर और उसके दो भाई रोकते हैं, पुलिस इंस्पेक्टर इन लोगों के धमकी देने के कारण ही वह आत्महत्या कर रहा है। मृतक की बेटी की तहरीर पर पुलिस ने इंस्पेक्टर और उसके दोनों भाइयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज की है। शुक्रवार सुबह देर तक कमरे से बाहर न निकलने पर छोटी बेटी मृदुला ने पिता को आवाज लगाई। कोई उत्तर न मिलने पर खिड़की से झांककर देखा।
फंदे से पिता को लटका देख उसकी चीख निकल गई। सूचना पर इंस्पेक्टर अतुल तिवारी व चौकी प्रभारी दीपक कुमार मौके पर पहुंचे और पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। पुलिस को मृतक की जेब से तीन पेज का एक सुसाइड नोट मिला। इसमें सुरेश ने गांव के ही पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर अनूप कुमार, उसके भाई विनोद कुमार व प्रमोद कुमार को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
व्यवसायी ( Businessman ) ने लिखा है कि उनका पुश्तैनी मकान गांव में है। गांव के ही शिव कुमार से कोलुहागाड़ा मार्ग पर प्लॉट खरीदकर नये घर का निर्माण करा रहा था। इसी भूमि संख्या पर आरोपी अनूप कुमार, विनोद कुमार व प्रमोद कुमार ने गेस्ट हाउस बनवा रखा है। यह लोग खरीदी गई जमीन पर निर्माण करने से रोकते हैं।

इसको लेकर तीनों से उनका न्यायालय में वाद चल रहा था। वह एक साल से समाधान दिवस व थाने में इंसाफ के लिए चक्कर लगा रहा था। सीओ बीघापुर कृपाशंकर कनौजिया ने बताया कि मृतक की पुत्री मृदुला की तहरीर पर अनूप कुमार, विनोद कुमार व प्रमोद कुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की रिपोर्ट दर्ज की है। अनूप कुमार फिरोजाबाद ( Firozabad ) के रामगढ़ थाने का इंस्पेक्टर है।