Thursday, July 04, 2024

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मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मामले में आतंकी संगठन जैश-उल हिंद ने ली जिम्मेदारी, कहा- यह सिर्फ ट्रेलर है

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी पार्क करने की जिम्मेदारी   जैश-उल-हिंद( Jaish-ul-Hind ) ने ली है। संगठन ने इससे संबंधित पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। कुछ दिन पहले इसी संगठन ने दिल्ली में इजराइली दूतावास के बाहर ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी। हालांकि,  ( )ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट्स में इसे आतंकी संगठन का पब्लिसिटी स्टंट बताया जा रहा है।

आतंकी संगठन ने अपनी पोस्ट में जांच एजेंसी को चैलेंज किया है और पैसों की डिमांड की गई है। इसमें लिखा है, ‘यह सिर्फ ट्रेलर है और पिक्चर अभी बाकी है। रोक सको तो रोक लो। तुम कुछ नहीं कर पाए थे, जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में हिट किया था, तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। तुम्हें मालूम है तुम्हें क्या करना है। बस पैसे ट्रांसफर कर दो, जो तुम्हें पहले बोला गया है।

 जैश-उल-हिंद( Jaish-ul-Hind ) के पत्र की भाषा हिंदी और अंग्रेजी मिक्स है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पत्र को इस तरह से इसलिए लिखा गया है ताकि एजेंसियों को भटकाया जा सके। यही नहीं कुछ गलतियां भी जानबूझकर लेटर में की गई हैं।

एप( )पर मिले  जैश-उल-हिंद( Jaish-ul-Hind ) के लेटर में कहा गया है, ‘अंबानी ( Mukesh Ambani ) के घर के पास एसयूवी खड़ी करने वाला सही जगह पर पहुंच गया है। यह सिर्फ ट्रेलर था और पूरी पिक्चर आना अभी बाकी है।’ यही नहीं लेटर में अखलाक की हत्या, गुजरात के दंगों और दिल्ली की हिंसा का भी जिक्र किया गया है। पत्र में लिखा गया है, ‘अब तुम्हें इस बात पर हैरानी होनी चाहिए कि आखिर हम कौन हैं? हम वही अखलाक हैं, जिसे तुमने एक गाय के लिए मार डाला था। हम वे लोग हैं, जिन्हें दिल्ली की हिंसा में मारा गया था।

क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि यह गाड़ी मनसुख हिरेन नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड है। हिरेन ने बताया है कि 17 फरवरी की शाम को वे ठाणे से घर जा रहे थे। रास्ते में गाड़ी बंद हो गई। उन्हें जल्दी थी, इसलिए गाड़ी ऐरोली ब्रिज के पास सड़क के किनारे खड़ी कर दी। अगले दिन वे कार लेने गए तो वह नहीं मिली। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की थी।

आरोपियों ने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी थी और चेसिस नंबर खुरच दिया था। इसके बावजूद पुलिस गाड़ी मालिक की पहचान करने में कामयाब हो गई। इसी गाड़ी से 20 नंबर प्लेट भी मिली थीं। इनके नंबर मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) के स्टाफ की गाड़ियों के नंबर से मिलते-जुलते हैं। आशंका है कि आरोपी लंबे समय से उनके काफिले का पीछा कर रहे थे।

कार से मिलीं जिलेटिन की छड़ें नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी ने बनाई हैं। क्राइम ब्रांच ने कंपनी के चेयरमैन सत्यनारायण नुवाल का बयान लिया है। पुलिस ने उन लोगों की जानकारी हासिल की है, जिन्हें कंपनी ने जिलेटिन की छड़ें बेची हैं। सत्यनारायण नुवाल ने बताया कि जिलेटिन की छड़ें हमेशा सीलबंद बक्से में डिस्पैच की जाती हैं और बक्से के ऊपर सारी जानकारी होती है। यदि बॉक्स टूटा हुआ है और उसके बाद जिलेटिन के रॉड को निकाला गया है तो यह बता पाना मुश्किल है कि इसकी डिलीवरी किसे की गई थी।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels