Friday, September 20, 2024

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Varanasi : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में स्‍पेन की मारिया को मिला संस्‍कृत में गोल्‍ड मेडल,आचार्य परीक्षा में सर्वाधिक 10 पदक मीना कुमारी को

संस्कृत सहित वेद, पुराण, धर्म और शास्त्र सहित अन्य विषयों में शिक्षा के लिए पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले    () के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय  ( Sampurnanand Sanskrit University )के 38वें दीक्षांत समारोह में 29 मेधावियों में 58 स्वर्ण पदक वितरित किए गए।

स्पेन की मारि‍या ने ‘पूर्वमीमांसा’ में न केवल डिग्री हासिल की, बल्कि अपने विभाग में टॉप किया है। बता दें कि‍ पूर्वमीमांसा विषय को लेकर किसी छात्रा ने विषय को लेकर किसी छात्रा ने आचार्य की डिग्री नहीं ली थी

स्पेन की मारि‍या रूईस जिन्होंने इस विवि के दो सौ वर्षों के इतिहास में पहली ऐसी महिला का खिताब भी हासिल किया जिसने पूर्वमीमांसा विषय में आचार्य यानि एमए की डिग्री ली और अपने विभाग में टॉप भी किया।

आधा दर्जन भाषाओं का ज्ञान रखने वाली मार‍िया ने बताया कि वे पिछले 9 वर्षों से वाराणसी में रहकर पढ़ाई कर रही हैं और 6 वर्षों से संपूर्णानंद विवि ( Sampurnanand Sanskrit University )से शास्त्री और अब आचार्य की डिग्री ली है शास्त्री और अब आचार्य की डिग्री ली है ।मारिया अपनी मातृ भाषा स्पेनिश के अलावा हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी सहित कई भाषाओं की जानकार हैं।

बतौर मुख्य अतिथि मालदीव में पूर्व राजदूत और विदेश मंत्रालय में अपर सचिव अखिलेश मिश्र ने मेधावियों को स्वर्ण पदक वितरित कर जीवन मे सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत का भारतीय संस्कृति से अटूट संबंध है। यह विश्व कल्याण की भाषा है। देववाणी में शब्दों की उतपत्ति गुणों से होती है।

भारत की एकजुटता की परंपरा देखनी हो तो केवल संस्कृत में ही मिलती है। अखिलेश मिश्र ने कहा कि संस्कृत की वजह से ही भारत विविधता वाला देश है। संस्कृत के प्रभाव से ही विश्व बंधुत्व की भावना विकसित होती जा रही है। दीक्षांत का अर्थ शिक्षा का अंत नही बल्कि दायित्व निर्वहन की जिम्मेदारी अब और बढ़ गई है।

देश की सांस्कृतिक आत्मा की रक्षा के लिए आगे आने की जरूरत है। समारोह में आचार्य परीक्षा में सर्वाधिक 10 पदक पाकर मीना कुमारी विश्वविद्यालय टॉपर रही। इसके बाद आचार्य परीक्षा में ही सुमित्रानंदन चतुर्वेदी-आशुतोष मिश्र को 5-5 पदक मिले। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पंडित रामयत्न शुक्ल को महामहोपाध्याय की उपाधि प्रदान की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल( ) ने कहा कि संस्कृत भाषा और सनातन संस्कृति की वजह से ही भारत एकता के सूत्र में बंधा है। यह खेद का विषय है कि लंबे समय से संस्कृत भाषा उपेक्षित है। अब नई शिक्षा नीति में संस्कृत अध्ययन को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए विद्वानों को आगे आना होगा। सरकार भी संस्कृत भाषा के संवर्धन के लिए प्रयासरत है। संस्कृत केवल भाषा ही नही भारतीय संस्कृति की आत्मा है।

मारिया को गोल्ड मेडल देकर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी उनकी तारीफ की। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह मेडल मात्र एक भाषा और विषय को नहीं बल्कि इस बात को भी दर्शाता है कि हमारी सभ्यता और संस्कृति आगे बढ़ रही है।

नई पीढ़ी को संस्कृत के प्रति जागरूक करने की जरूरत है और इस दिशा में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ( Sampurnanand Sanskrit University )जैसे संस्थानों की अहम भूमिका है। कुलपति प्रो.राजाराम शुक्ल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बताया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव राजबहादुर ने किया।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels