Friday, September 20, 2024

Bihar, Crime, INDIA, News, States

बिहार में आर्थिक तंगी से परेशान एक ही परिवार के 5 लोगों ने की सामूहिक आत्महत्या ,एक ही कमरे में बच्चों समेत परिवार के पांच लोग फांसी पर लटके मिले

बिहार  ( )के सुपौल( Supaul ) जिले में आर्थिक तंगी से परेशान एक परिवार के 5 लोगों ने     ( ) कर ली,बताया जा रहा है कि राघोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी वार्ड चार में रहने वाले पति-पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा एक ही कमरे में फंदे से लटके हुए मिले। वहीं, इस बात की सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की।

सुपौल( Supaul )पुलिस ने सभी की लाशों को जब बाहर निकाला तो सभी नए कपड़े में थे। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि पांचों ने पहले नए कपड़े पहने और अच्छे तैयार होने के कारण फंदे से लटक कर जान दे दी।

मृतकों की पहचान मिश्री लाल साह (52) पत्नी रेणु देवी (44) बेटी रौशन कुमारी (15) व फूल कुमार (8) और बेटा ललन कुमार (14) साल के रूप में हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि मिश्री लाल को अंतिम बार 6 मार्च को गांव में ली PDS दुकान पर देखा गया था। वह राशन लेने आया था। शुक्रवार देर रात घर से आ रही बदबू के बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। लोग वहां पहुंचे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। संदेह होने पर लोगों ने घर की खिड़की से झांका तो देखा पांचों फंदे से झूल रहे थे।

 सुपौल( Supaul ) के गद्दी वार्ड नंबर 12 में एक परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर सुनते ही इलाके में सनसनी मच गई। घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई। गांव के मुखिया मो. तस्लीम समेत कई लोगों ने इस घटना के पीछे की वजह आर्थिक तंगी को बताया।

एक पड़ोसी ने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से गुजर बसर करने के लिए मिश्री लाल ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेच दी थी। इनका परिवार कई सालों से परेशान था और धीरे-धीरे गांव के लोगों से दूरी भी बना लिया थापति पत्नी के अलावा तीन पुत्री एवं एक पुत्र का भरण पोषन करने के लिए उन्होंने पहले रिक्शा चलाना शुरु किया। शा

वर्षो रिक्सा चलाने के बाद उनका स्वास्थ्य साथ नही दिया और फिर उन्होने अपने परिवार के जीविका के लिये चिमनी के ईट भठ्ठे से जले हुए कोयले का काम शुरु किया। लोगों ने कहा कि इधर कुछ वर्षो से ईट भठ्ठे मे नए तकनीक से ईट पकाई में कोयला का डस्ट यूज होने लगा जिसकी वजह से उसका यह काम भी छूट गया। फिर मिश्रीलाल ने कर्ज लेकर आटा चक्की का काम शुरु किया जिसमें भी उसे कामयाबी नहीं मिली। तंग आकर उसने अपने हिस्से की जमीन बेच दी। इसके बाद जीने के लिये कोई संसाधन नहीं बचा जिससे तंग आकर उन्होंने परिवार सहित अपना जीवन समाप्त कर लिया।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels