पश्चिम बंगाल ( West Bengal) के सियासी घमासान में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने मोर्चा संभाला। उन्होंने पुरुलिया( Purulia )की रैली में अपने भाषण की शुरुआत बांग्ला भाषा में की। उन्होंने कहा कि दीदी को बंगाल के लोगों के हितों से ज्यादा खेल की चिंता पड़ी है, लेकिन दीदी यह भूल रही हैं कि इस बार बंगाल की जनता खुद उनके विरोध में खड़ी है। दस साल की दूरनीति का सजा लोग उन्हें देकर रहेंगे।
पुरुलिया( Purulia ) की रैली मेंलगभग 48 मिनट के लंबे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi )ने बांग्ला स्वाभिमान, तृणमूल की गुंडागर्दी से लेकर केंद्रीय योजनाओं तक की चर्चा की। शुरूआत पुरुलिया में जल संकट से की और भाषण के अंत में लोगों को भरोसा दिलाया कि दो मई को पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी। तोलाबाजी और सिंडिकेट राज का खात्मा होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बंगाल में गुंडों और अपराधियों का राज है। भाजपा यहां कानून का राज कायम करेगी और गुंडों की जगह जेल में होगी। दीदी सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि दस साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही है। यह हृदय परिवर्तन नहीं, हार का डर है। दीदी यह सब करते रहिए, हर तरह से खेलते रहिए, लेकिन यह मत भूलिए कि बंगाल की जनता की याद बहुत तेज होती है। उसे याद है कि आपने गाड़ी से उतरकर कितने लोगों को डांटा-फटकारा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi )ने कहा यह धरती भगवान राम और माता सीता के वनवास की भी साक्षी रही है। यहां अजुध्या पर्वत है, सीता कुंड है। अजुध्या नाम से ग्राम पंचायत भी है। कहते हैं कि जब माता सीता को प्यास लगी थी, तो रामजी ने जमीन पर बाण मारकर पानी की धारा निकाल दी थी। सोचिए जब पुरुलिया( Purulia ) में जमीन में पानी का स्तर क्या रहा होगा। यह विडंबना है कि आज मेरे किसान आदिवासी भाइयों को इतना पानी भी नहीं मिलता कि वे सही से खेती कर सकें। यहां की महिलाओं को पीने के पानी के इंतजाम के लिए बहुत दूर तक जाना पड़ता है।
यहां पहले वामपंथियों और फिर तृणमूल की सरकार ने उद्योगों को नहीं पनपने दिया। पानी के जो इंतजाम किए जाने थे, वह नहीं किए गए। यहां लोगों की समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय TMC सरकार अपने ही खेल में लगी रही। इन लोगों ने पुरुलिया को जलसंकट, पलायन और भेदभाव भरा शासन दिया है। इन्होंने पुरुलिया की पहचान बनाई है देश के सबसे पिछड़े इलाके के रूप में। यहां गैस पाइप लाइन का काम बीते आठ साल से अधूरा पड़ा है। यहां बांध का काम भी अधूरा पड़ा है। इसका जवाब कौन देगा। दीदी यहां के लोग आपसे जवाब मांग रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा कि TMC सरकार सिर्फ अपने खेल में लगी है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बंगाल के चुनाव में तोलबाजों की पराजय होगी। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) के दिन गिनती के ही रह गए हैं। यह बात ( Mamata Banerjee ) दीदी भी अच्छी तरह समझ रही हैं। खेला होबे, खेला होबे। जब जनता की सेवा का संकल्प हो, विकास के लिए दिन-रात एक संकल्प हो, तब खेला नहीं खेला जाता दीदी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) की नई परिभाषा गढ़ी तो लोगों ने खूब तालियां बजाई। उन्होंने कहा, टीएमसी मतलब ट्रांसफर माय कमीशन। बंगाल में बगैर कमीशन के कुछ नहीं होता। कोरोना संकट में काल में मिलने वाले अनाज पर भी कमीशन ले रहे थे। कमीशन नहीं मिलने के कारण बंगाल में आयुष्मान भारत योजना, किसानों को मिलने वाली राशि संबंधी योजनाएं लागू नहीं की गई
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी नीति DBT है। DBT यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर। वहीं बंगाल में टीएमसी नीति है। TMC मतलब ट्रांसफर माई कमीशन। हम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर करते हैं। वे ट्रांसफर माई कमीशन में डूबे हैं। दो मई दीदी जॉछे। इस बार भॉय नहीं, सिर्फ जॉय। इस बार जोर से छाप, कमल छाप।
पीएम मोदी ने कहा इसलिए दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले विकास होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले शिक्षा होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले महिला का उत्थान होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले संपूर्ण विकास होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले सोनार बांग्ला होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले नौकरी होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले अस्पताल होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले नौकरी होबे। दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले स्कूल होबे।
भाजपा की केंद्र सरकार की नीति है- DBT- यानि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर।
पश्चिम बंगाल में दीदी सरकार की दुर्नीति है- TMC- यानि ट्रांसफर माय कमीशन! pic.twitter.com/yEwUfhVI8n
— Narendra Modi (@narendramodi) March 18, 2021