उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur ) के बर्रा में दो दोस्तों ने 10 लाख की फिरौती के लिए घर बुलाकर फरसे से गला रेतकर अपने जिगरी दोस्त की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद शव कंबल और चादर में छिपाकर रिंद नदी के किनारे फेंक दिया। लाश ठिकाने लगाने के लिए मृतक की बाइक का इस्तेमाल किया गया। पुलिस दो चंद घंटों में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक बहुचर्चित संजीत कांड की तरह इस घटना को अंजाम दिया गया।
कानपुर ( Kanpur ) पुलिस ने बांका बरामद कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बर्रा दो निवासी ऑर्डनेंस फैक्टरी से रिटायर्ड रामऔतार प्रभाकर का छोटा बेटा विनय उर्फ छोटू (27) आईटीआई करने के बाद चौबेपुर स्थित लोहिया फैक्टरी में मशीनमैन के पद पर कार्यरत था।
बड़े भाई पवन ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे घर लौटने के बाद विनय लोवर, टीशर्ट व स्लीपर पहनकर दोस्त से मिलने की बात कहकर अपनी पल्सर बाइक से निकल गया था। देर रात तक फोन बंद होने पर परिजन उसकी तलाश में जुट गए।
दूसरी तरफ अनहोनी की सूचना पर पुलिस ने बर्रा आठ में लोडर चालक शैलेश नाथ प्रजापति के घर पर दबिश दी। शैलेश नाथ व उसके दोस्त अर्श गुप्ता के कपड़ों को खून से सना देखकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की।
आरोपियों ने दस लाख की फिरौती वसूलने के लिए विनय की हत्या की बात कबूली। पुलिस ने बाइक बरामद की। तड़के पुलिस विनय के घर पहुंची और परिजनों को हैलट भेजकर शव की शिनाख्त कराई। पवन की तहरीर पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने व एससीएसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की।
कानपुर ( Kanpur ) पुलिस के मुताबिक पूछताछ में शैलेष पुलिस को गुमराह करता रहा। उसने कहा कि उसका एक मोबाइल फोन और किसी महिला के साथ फोटो विनय के पास थी। विनय उसे ब्लैकमेल कर रहा था। वहीं, अर्श ने बताया कि शैलेष ने हत्या व फिरौती वसूलने की योजना बनाई थी। दोनों साथ में पान मसाले का कारोबार करना चाहते थे। रकम जुटाने के लिए विनय को सॉफ्ट टारगेट चुना, क्योंकि वह अक्सर घर आता था। एक बार विनय ने बहन की शादी की तैयारियों के चलते काफी पैसा होने की जानकारी भी दी थी।
विनय की बहन रीता की 27 अप्रैल को शादी होनी थी। घर में तैयारियां चल रही थीं। करीबी दोस्त होने के चलते अक्सर विनय आरोपितों से शादी की तैयारियों की बातें बताता था। बातचीत के दौरान उसने बहन की शादी के लिए दो लाख रुपये और लाखों रुपये के जेवर खरीदने की जानकारी दी थी। इस रकम व जेवरों के लालच में आरोपितों ने हत्या व फिरौती वसूलने का प्लान बनाया। लालू ने बताया कि उसने चार माह पूर्व फजलगंज फायर स्टेशन के सामने लोहार से दो सौ रुपये में नया बांका खरीदा था। चार दिन पहले ही उसमें धार लगवाई थी।