पंजाब (Punjab) में मुक्तसर ( Muktsar ) जिले के मलोट में शनिवार देर शाम किसानों की भीड़ ने अबोहर के भाजपा विधायक ( BJP MLA ) पर पुलिस की मौजूदगी में उग्र भीड़ जानलेवा हमला बोल दिया। ने उपद्रवियों की भीड़ ने विधायक अरुण नारंग के साथ मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। इसके बाद उनके चेहरे पर और कपड़ों पर कालिख पोतने की कोशिश की गई।
भाजपा विधायक ( BJP MLA )गाड़ी पर कालिख पोती गई और अपशब्द लिखे गए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस प्रशासन ने घेराबंदी कर विधायक को नग्न हालत में एक दुकान में घुसाकर शटर बंद कर जान छुड़ाई। हिसंक उपद्रवियों की भीड़ विधायक की जान लेने पर उतारू थीप्रदर्शनकारियों ने जहां भाजपा के दफ्तर में भी तोड़फोड़ कर दी। वहीं दफ्तर के फ्लैक्स, झंडों व टायरों को फूंक डाला। वहीं इस घटना के के बाद विधायक नारंग को अबोहर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
विधायक से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को आड़े हाथों लिया है। ट्विटर पर हैशटैग #Khalistani ट्रेंड कर रहा है। इसमें यूजर कैप्टन को इस हमले का जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर जमकर भड़ास निकाल रहे हैं।
बता दें कि भाजपा विधायक ( BJP MLA ) अरुण नारंग शनिवार को मलोट जीटी रोड पर स्थित दफ्तर में भाजपा की उपलब्धियों व कैप्टन सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर कांग्रेस सरकार की नाकामियों पर चर्चा करने के लिए प्रेसवार्ता रखी गई थी। उनके मलोट आगमन की सूचना किसानों को मिलते ही किसानों ने दफ्तर के पास ही तहसील चौक पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। जैसे ही शाम साढ़े चार बजे विधायक अरुण नारंग भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश पठेला गोरा सहित दफ्तर पहुंचे तो किसान भी तहसील चौक से पीछे-पीछे दफ्तर के समक्ष पहुंच गए और वहां प्रदर्शन शुरु कर दिया।
इस दौरान जब भाजपा विधायक ने प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश की तो उल्टा उन पर हमला कर दिया। किसानों की बेकाबू भीड़ को काबू करने में पुलिस बेबस नजर आई। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने विधायक की गाड़ी पर कालिख पोत दी और काले तेल से जगह-जगह बीजेपी व अपशब्द लिख दिए।
उधर, कई प्रदर्शनकारियों ने झड़प के दौरान विधायक के चेहरे पर कालिख पोतने की कोशिश की, मगर खिंचातान में पहले तो विधायक के कपड़े काले हो गए। धीरे-धीरे आंदोलन इतना उग्र हो गया कि भड़के प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में ही विधायक के कपड़े फाड़ उन्हें बिल्कुल नग्न ही कर दिया। पुलिस ने जैसे-तैसे बीच-बचाव कर विधायक को एक दुकान के अंदर घुसाकर उनकी जान बचाई।
करीब एक घंटे के बाद जब पुलिस द्वारा अपनी निगरानी में विधायक को दोबारा फिर से सुरक्षित जगह पर ले जाने की कोशिश की गई तो प्रदर्शनकारी फिर से विधायक पर हमला बोलने लगे। पुलिस द्वारा काफी दूरी पर ले जाकर विधायक को कपड़े पहनाए गए। उधर, भाजपा मंडल मलोट के कार्यकारी अध्यक्ष सीता राम खटक ने इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से दोषियों के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल की धाराओं समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है, क्योंकि प्रशासन की मौजूदगी में यह निंदनीय घटनाक्रम घटित हुआ है।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश पठेला गोरा ने कहा कि किसानों की आड़ में विपक्षी पार्टियों कांग्रेस, अकाली दल आदि पार्टियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का विरोध किया है। गोरा पठेला ने पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि ये घटना अति निंदनीय है। दंगायियों ने जो किया बहुत शर्मनाक बात है। विधायक के कपड़े तक फाड़ दिए जो बेहद निंदनीय है। पठेला ने कहा कि वे मौके पर मौजूद थे। जब विधायक नारंग को पुलिस सुरक्षा में ले जाया जा रहा था तो उनके साथ भी प्रदर्शनकारियों ने गाली-गलौच किया। इस घटना की बड़े स्तर पर जांच होनी चाहिए।