उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur ) में लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान ( LPS Institute Of Cardiology ) के क्रिटिकल केयर यूनिट में आग लग गई। आईसीयू में रविवार सुबह अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। कार्डियोलॉजी के पूरे भवन में धुआं भर गया। जिससे आईसीयू में भर्ती मरीजों की जान पर बन आई। तीमारदारों का भी दम घुटने लगा। मरीजों को आनन-फानन में खिड़की तोड़कर बेड समेत बाहर निकाला गया। आईसीयू में भर्ती दो मरीजों की मौत हो गई।
जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस व फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। दमकल की गाड़ियां आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं। कार्डियोलॉजी के पूरे भवन में धुआं भर गया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ( LPS Institute Of Cardiology ) का दावा है कि ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर के शीशे तोड़ सारे मरीज निकाल लिए गए हैं। सफाई कर्मचारी रामभरोसे ने बताया कि आग लगने पर धुआं पहली और दूसरी मंजिल पर भी भर गया। इससे ऊपरी मंजिल के कमरों की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए और मरीजों को चद्दर के सहारे ही नीचे उतरा गया।
138 मरीजों को उपचार के लिए अलग-अलग जगह शिफ्ट किया गया। वहीं इस दौरान दो बुजुर्गों टेकचंद और इमाम अली की मौत हो गई। दो मरीजों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Chief minister Yogi Adityanath ) ने कानपुर (Kanpur ) के हृदय रोग संस्थान में आग के कारण हुई दुर्घटना को तत्काल संज्ञान में लेते हुए वहां पर जिला प्रशासन से सभी घायलों को समुचित इलाज कराने तथा इस संबंध में तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिया है। इसके साथ ही साथ उन्होंने आग लगने के कारण की जांच करने के लिए उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है। इस समिति को आग के कारण दुर्घटना तथा दुर्घटना के कारणों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। इस समिति में डीजी फायर सर्विस के साथ आयुक्त कानपुर (Kanpur ) मंडल और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा हैं। यह टीम कानपुर में तत्काल मौके पर जाकर संपूर्ण तथ्यों की जांच करेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जैसे पूर्व में सभी अस्पतालों में अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए थे पर पुन: से सभी अस्पतालों में जांच करा ली जाए ताकि इस तरह की दुर्घटना प्रदेश में कहीं अन्य अस्पताल में न हो।
लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान ( LPS Institute Of Cardiology ) में रविवार की सुबह आग लगने के बाद बड़ी लापरवाही सामने आई है। आलम यह रहा कि मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था। इसे लेकर अग्निशमन विभाग नोटिस जारी कर चुका था, क्योंकि अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका था।
मुख्य अग्निशनम अधिकारी सुरेंद्र चौबे ने बताया कि संस्थान में आग बुझाने के लिए लगा फायर पैनल काम नहीं कर सका। हाईडेंट और पाइप लाइन भी खराब पड़ी है। यहां लगे ज्यादातर फायर एक्सटिंग्युशर भी एक्सपायरी डेट के थे। इसलिए कुछ ही काम कर सके। संस्थान को फायर की एनओसी के लिए पूर्व में नोटिस दिया था। इसके बावजूद लापरवाही बरती गई।