छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर( Bijapur ) जिले के नक्सल प्रभावित तर्रेम जंगल में शनिवार को नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच जबर्दस्त मुठभेड़ हुई। इसमें पांच जवान शहीद हो गए और 28 अन्य घायल हुए हैं। पांच शहीद जवानों में दो सीआरपीएफ के हैं जबकि तीन जिला आरक्षित गार्ड यानी डीआरजी के। मुठभेड़ स्थल पर करीब 250 नक्सली मौजूद थे। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 10 नक्सली मारे जाने की खबर है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के डीजीपी दुर्गेश माधव अवस्थी ने यह जानकारी दी। मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल तीन जवानों को घटना स्थल से एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने घायल जवानों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का आदेश दिया है। नौ एंबुलेंस को भी तर्रेम के जंगलों में भेजा गया है।
सूत्रों ने बताया कि जंगल में घिरे जवानों के राहत व बचाव के लिए वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टरों को लगाया गया। मुठभेड़ में बड़ी संख्या में जवानों के शहीद होने को लेकर रायपुर में डीजीपी अवस्थी, नक्सल विरोधी अभियान के विशेष डीजी अशोक जुनेजा व अन्य अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की।
आरंभिक खबरों के अनुसार मुठभेड़ में कम से 10 नक्सली मारे है। । इनमें एक महिला नक्सली भी शामिल है। बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने कहा कि अभी हताहत नक्सलियों की संख्या की पुष्टि की जाना है। हमारे अनुमान के अनुसार घटनास्थल पर करीब 250 नक्सली मौजूद
सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीजापुर( Bijapur ) जिले के तर्रेम के जंगल में सीआरपीएफ और डीआरजी की साझा टीम गई थी। तभी तर्रेम के जंगल में भीषण मुठभेड़ छिड़ गई। छत्तीसगढ़ में साझा अभियान के लिए एसटीएफ, डीआरजी, सीआरपीएफ व कोबरा के 400 जवानों की टीम बनाई गई है।
नक्सली इन दिनों टेक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन (टीसीओसी) चला रहे हैं। इसमें वे हर साल बड़ी वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। नारायणपुर जिले में 23 मार्च को जवानों से भरी बस को विस्फोट कर नक्सलियों ने उड़ा दिया था। इसमें पांच जवान शहीद हुए थे। शनिवार को नक्सलियों ने दस दिन के भीतर दूसरी बड़ी वारदात कर डाली।बीजापुर( Bijapur ) जिला मुख्यालय से करीब 75 किमी दूर तर्रेंम थाना क्षेत्र सिलगेर गांव के पास के जंगल में नक्सलियों की बटालियन नंबर एक के कमांडर दुर्दांत नक्सली हिड़मा की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी। इस आधार पर शुक्रवार को डीआरजी (डिस्टि्रक्ट रिजर्व गार्ड), सीआरपीएफ, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) व कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम रवाना की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। पीएम ने कहा कि उनकी संवेदनाएं जवानों के परिवारों के साथ हैं।
My thoughts are with the families of those martyred while fighting Maoists in Chhattisgarh. The sacrifices of the brave martyrs will never be forgotten. May the injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 3, 2021