उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा( AGRA) जिले के एत्माद्दौला इलाके के बजरंग नगर में शुक्रवार सुबह यूपी पुलिस (UP police ) के सेवानिवृत्त दरोगा की सिर कुचलकर उसके बेटे ने ही हत्या कर दी । सेवानिवृत्त दरोगा का शव उसके घर में पड़ा मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
वारदात के छह घंटे बाद आरोपी बेटा खुद ही थाने पहुंच गया। उसने कहा कि मुझे गिरफ्तार कर लो। मैंने पिता की हत्या की है।
आरोपी ने कहा कि उनमें राक्षस नजर आ रहे थे। उन्हें मारने में पिता की जान चली गई। उसने हत्या के बाद मुंडन कराया, यमुना में नहाया भी। हाथ पेट्रोल डालकर जला लिए। पिता की हत्या के बाद उसे पश्चाताप हो रहा था।
मूल रूप से हाथरस के गांव एहन के रहने वाले सेवानिवृत्त दरोगा चोखे लाल पुत्र द्वारिका प्रसाद 35 साल से आगरा ( Agra) के बजरंग नगर में रह रहे थे। उनके तीन बेटे हैं। इनमें बड़ा बेटा संजय है, जो ऑटो चलाता है। दूसरे नंबर का बेटा अजय है। कंप्यूटर ठीक करने का काम करता है।
सबसे छोटे देवेश के साथ चोखेलाल रहते थे। पत्नी भी साथ थी। दोनों बेटों के मकान बगल में हैं।आगरा ( Agra) पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने बताया कि देवेश कोई काम नहीं करता था। वो रुपये लेने को लेकर झगड़ा करता था। इसी को लेकर सुबह झगड़ा किया।देवेश ने सेवानिवृत्त दरोगा की हत्या की और फरार हो गया।
रिटायर्ड दारोगा की पत्नी नेकसे देवी का कहना है कि रात को वे छत पर सो रही थीं।तड़के वे नीचे आईं तो देवेश उनके पति से झगड़ रहा था। पति ने उनसे कह दिया कि तू कमरे में बंद हो जा नहीं तो ये मार देगा। उनके कहने पर नेकसे देवी एक कमरे में अंदर से बंद हो गईं।सुबह सात बजे संजय घर पहुंचा तो इसकी जानकारी हुई। नेकसे देवी एक कमरे में सो रही थीं। दूसरे कमरे में चोखेलाल का खून से सना शव पड़ा हुआ था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद अजय की तहरीर पर देवेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। उधर, सुबह दस बजे देवेश खुद ही थाने पहुंच गया। उसके हाथ में खून से सना डंडा भी लगा था। थाने पहुंचकर उसने पिता की हत्या की पूरी घटना बताई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जेल भेज दिया गया।